जू में पैदा हुई सफेद रंग की मादा बाघ को मां ने छोड़ा, जानिए अब कैसे हो रही है उसकी देखभाल
निकारागुआ जू में दुर्लभ प्रजाती की सफेद रंग की मादा बाघ ने जन्म लिया है, जिसे जन्म के बाद उसकी बंगाल टाइगर मां ने छोड़ दिया. अब चिड़ियाघर के निदेशक की पत्नी उस सफेद बाघ का ध्यान रख रही हैं.
मसाया के नेशनल निकारागुआ जू में एक दुर्लभ प्रजाती की सफेद रंग की मादा बाघ ने जन्म लिया है. वहीं जन्म के बाद इसकी बंगाल टाइगर मां ने इसको छोड़ दिया. जिसके बाद चिड़ियाघर के निदेशक की पत्नी ने इसे अपनाया है. वहीं अब मां की तरह इसकी देखभाल कर रही है. निर्देशक एडुआर्डो सिकासा ने बताया कि इस दुर्लभ सफेद बाघ का नाम नीव रखा गया है, जिसका स्पेनिश में अर्थ बर्फ होता है. वहीं मिल रही जानकारी के अनुसार नीव का जन्म एक हफ्ते पहले ही हुआ है.
बंगाल टाइगर की है संतान
बताया जा रहा है कि जन्म के समय वह काफी कमजोर था, जन्म के समय उसका वजन मात्र एक किलोग्राम ही नापा गया था. फिलहाल नीव मध्य अमेरिकी देश में पैदा होने वाला पहला सफेद बंगाल टाइगर है. इस सफेद बाघ के माता पिता पीले और काले बाघ थे, जिनकी रेसेसीव जीन के चलते हुई 'आनुवांशिक विसंगती' के कारण यह सफेद रंग का पैदा हुआ है.
इंसान की देखरेख में बाघ का बच्चा
बताया जा रहा है कि नीव की मां को पांच साल पहले एक सर्कस से रेस्क्यू किया गया था. वहीं दूध पैदा नहीं कर पाने के कारण सफेद बाघ की मां ने उसे छोड़ दिया. फिलहाल निकारागुआ जू के निर्देशक एडुआर्डो सिकासा की पत्नी मरीना आर्गुएलो नीव को बोतल की मदद से दूध पिला रही हैं.
बोतल से पी रही दूध
मरीना आर्गुएलो का कहना है कि 'नीव जब बोतल के सहारे दूध पीता है तो अपने कानों को हिलाता है. उसे भूख लगती रहती है. हर तीन घंटे में एक बोतल दूध उसे पिलाया जा रहा है. वहीं दूध नहीं मिलने की दशा में वह चिल्लाती है.'
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