International Media On Death of Ratan Tata: देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा का बुधवार (9 अक्टूबर) को देर रात मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया. टाटा समूह के चेयरमैन की आयु 86 वर्ष थी. टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने एक बयान में रतन टाटा के निधन की पुष्टि की और उन्हें अपना ‘मित्र और मार्गदर्शक बताया. पिछले कुछ दिनों से वह दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती थे.


अरबपति हर्ष गोयनका ने भी रतन टाटा के निधन पर दुख जताया और ‘एक्स’ पर एक पोस्ट कर उन्हें ‘‘टाइटन’’ (अत्यंत महत्वपूर्ण व्यक्ति) करार दिया. रतन टाटा की मौत के बाद भारतीय मीडिया ही नहीं बल्कि विदेशी मीडिया ने भी निधन से जुड़ी खबर को प्रमुखता से छापा है. वो विश्वभर में प्रसिद्ध आदमी थे. पूरी दुनिया के लोग उन्हें उनके कामों की वजह से जानते थे.


रतन टाटा के संबंध में न्यूयॉर्क टाइम्स लिखता है कि भारत के सबसे शक्तिशाली और प्रशंसनीय दिग्गजों में से एक रतन टाटा का निधन हो गया. उन्होंने टाटा समूह को विश्व स्तर पर पहचाने जाने वाले ब्रांड में बदलकर रख दिया था. 1991 से 2012 तक अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी के रूप में उनके 21 वर्षों के दौरान टाटा समूह का मुनाफा 50 गुना बढ़ गया. इसमें सबसे ज्यादा योगदान जगुआर, लैंड रोवर और  टेटली चाय जैसे प्रसिद्ध टाटा उत्पादों की बिक्री से आया, जिसकी विदेशों में भारी मांग है.


विदेशी मीडिया ने रतन टाटा की निधन पर क्या कुछ कहा?
लंदन की विश्व विख्यात न्यूज कंपनी BBC ने भी रतन टाटा की मौत पर जानकारी दी, जिसमें ब्रिटेन के व्यापार सचिव जोनाथन रेनॉल्ड्स द्वारा कही गई बातों को शामिल किया गया है. रेनॉल्ड्स कहते हैं कि रतन टाटा व्यापार जगत के दिग्गज थे जिन्होंने ब्रिटिश उद्योग को आकार देने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी.


वहीं रॉयटर्स ने भी रतन टाटा की मृत्यु से जुड़ी जानकारी साझा की. रतन टाटा की निधन की जानकारी के अलावा उनके लाइफ के बारे में कई तरह की बातें बताई. उन्होंने लिखा कि टाटा कॉर्नेल विश्वविद्यालय में आर्किटेक्ट की डिग्री की पढ़ाई की थी. इसके बाद वो भारत लौट आए. उन्होंने 1962 से  समूह के लिए काम करना शुरू किया जिसकी स्थापना उनके परदादा ने लगभग एक सदी पहले की थी. कई टाटा कंपनियों में काम किया, जिनमें टेल्को,  टाटा मोटर्स लिमिटेड (TAMO.NS) शामिल थे.


अल जजीरा लिखता है कि टाटा समूह में 100 से ज्यादा बड़ी कंपनी शामिल है. इसमें भारत की सबसे बड़ी वाहन निर्माता, इस्पात कंपनी और एक प्रमुख आउटसोर्सिंग फर्म शामिल है. ये कंपनी दुनिया भर में 350,000 से अधिक लोगों को रोजगार देती हैं. टाटा ने ही भारत में कॉर्मशियल फ्लाइट्स की शुरुआत की जब उन्होंने 1932 में एयर इंडिया नाम की एयरलाइन लॉन्च की. 


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