Covid-19: अगली महामारी के लिए सभी देश तैयार नहीं हैं. ऐसा कहना है विश्व की गैर-लाभ वाली संस्था रेड क्रॉस का. इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस एंड रेड क्रीसेंट सोसाइटीज (आईएफआरसी) ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के तीन लहरों के बावजूद जैसी तैयारी सभी देशों की होनी चाहिए वैसी नहीं है. इसपर सभी देशों को गंभीरता से काम करना होगा.


आईएफआरसी ने इस सदी में जलवायु से संबंधित आपदाओं और बढ़ती बीमारियों को ध्यान रखते हुए अपनी बात कही है. गौरतलब है कि पिछले दो तीन वर्षों में कोरोना ने जमकर तांडव मचाया है. अभी हाल ही में चीन का हाल बेहाल था. कोरोना संक्रमण के कारण व्यवस्था चरमरा गई थी. हालत बेकाबू हो गए थे. हालांकि, अब सब कुछ नियंत्रण में है. 


इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ रेड क्रॉस एंड रेड क्रेसेंट सोसाइटीज ने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी ने असमानताओं को बढ़ा दिया था. इसके साथ ही संस्था ने कहा है कि अस्वच्छता, भीड़भाड़, स्वास्थ्य और सामाजिक सेवाओं तक पहुंच में कमी और कुपोषण के कारण बीमारियों के पनपने की स्थिति पैदा हो गई थी.


महामारी को लेकर नहीं है कोई तैयारी


इसके साथ ही संस्था का दावा है कि अगली महामारी के लिए दुनियाभर में कई ऐसे देश हैं जो तैयार नहीं है. महामारी को लेकर सभी देश को गंभीरता से कार्य करना होगा. संस्था ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर ऐसी ही लापरवाही बरती गई तो हालत आगे चल और ख़राब होंगे.  


आईएफआरसी ने आगे सिफारिश करते हुए कहा है कि दुनिया को अगले संकट से पहले ही स्वास्थ्य और सामाजिक-आर्थिक कमजोरियों की ओर ध्यान देना होगा. संगठन ने यह भी कहा कि जीवन रक्षक कार्य करने के लिए स्थानीय समुदायों को मजबूत करना होगा, क्योंकि यहीं से महामारी पनपती है और ख़त्म होती है.


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