Red Sea attack: अमेरिका की ओर से आधकारिक तौर पर आतंकी संगठन घोषित करने के बावजूद हूती विद्रोहियों पर कोई असर नहीं पड़ रहा है. लाल सागर में यमन हूतियों की ओर से समुद्री जहाजों को निशाना बनाया जा रहा है. अमेरिका के विदेश विभाग के मुताबिक, कच्चा तेल लेकर भारत जा रहे जहाज पर हूतियों ने मिसाइल से हमला किया है. 
 
न्यूज एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, अमेरिकी विदेश विभाग ने शुक्रवार को बताया कि भारत के लिए कच्चा तेल ले जा रहे टैंकर पर लाल सागर में हमला हुआ और उस जहाज में पनामा का झंडा लगा था. अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार, यमन से लॉन्च की गई मिसाइल ने एम/टी पोलक्स जहाज को बंदरगाह के पास निशाना बनाया है.


एक जहाज में मारी गई थी टक्कर


वैसे, इससे पहले शुक्रवार को यूनाइटेड किंगडम मैरीटाइम ट्रेड ऑपरेशंस (UKMTO) एजेंसी और ब्रिटिश समुद्री सुरक्षा फर्म एंब्रे ने कहा था कि पनामा का प्लैग लगे टैंकर को यमन से दूर मोखा बंदरगाह के उत्तर-पश्चिम में 72 मील (133 किमी) की दूरी पर टक्कर मार दी गई थी. ब्रिटिश समुद्री सुरक्षा फर्म एंब्रे ने बताया, "जहाज में हल्का नुकसान हुआ है. चालक दल के सुरक्षित होने की खबर है." 


अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने बताया, "अंतरराष्ट्रीय जहाजों पर हूती हमले का यह एक और उदाहरण है. हूतियों पर कार्रवाई करने और अंतरराष्ट्रीय बयानों के बावजूद इनका हमला अभी भी जारी है." एलएसईजी डेटा की मानें तो एम/टी पोलक्स जहाज 24 जनवरी को रूस के काला सागर स्थित नोवोरोस्सिएस्क पोर्ट से रवाना हुआ था और 28 फरवरी को उसे भारत में पहुंचना था. इंडियन ऑयल कंपनी की पूर्वी ओडिशा राज्य के पारादीप में 300,000 बैरल प्रति दिन (बीपीडी) तेल रिफाइनरी है.


हूतियों ने क्या कहा?


समुद्री सुरक्षा फर्म एंब्रे ने कहा कि एम/टी पोलक्स के उत्तर-पूर्व में एक दूसरे जहाज को बंदरगाह की तरफ रास्ता बदलते हुए देखा गया. यमन के ईरान समर्थित हूतियों ने बताया कि वे फिलिस्तीनियों के लिए लाल सागर में जहाजों पर हमला जारी रखेंगे, जब तक कि इजरायल फिलीस्तीन के खिलाफ "अपराध" करना बंद नहीं कर देता. एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हूती नेता अब्दुलमलिक अल-हूती ने गुरुवार को कहा था, "हमारे हमलों का दुश्मन पर बड़ा प्रभाव है, जो एक बड़ी सफलता और वास्तविक जीत है." जहाजों पर हमला करने से अंतरराष्ट्रीय व्यापार बाधित हुआ है.


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