Imran Khan: पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान ने कहा है कि पाकिस्तान संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन को एक साथ लाने की भूमिका निभाना चाहता है क्योंकि "एक और शीत युद्ध" से किसी को फायदा नहीं होगा.  उन्होंने यह विचार चाइना ग्लोबल टेलीविज़न नेटवर्क के साथ एक इंटरव्यू के दौरान व्यक्त किए, जिसे 2022 शीतकालीन ओलंपिक के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए बीजिंग की उनकी हालिया यात्रा के दौरान लिया गया था.


इंटरव्यू के दौरान,  पीएम इमरान खान से चीन और अमेरिका के साथ पाकिस्तान के संबंधों के बारे में सवाल किया गया था, जिस पर उन्होंने जवाब दिया कि दुनिया को "एक और शीत युद्ध" की आवश्यकता नहीं है.


इमरान खान ने कहा, "दुनिया को ऐसी स्थिति से नहीं गुजरना चाहिए जहां वह दो खेमों में बंट जाए, इससे किसी को कोई फायदा न हो.” उन्होंने कहा कि जब देशों के बीच सहयोग होता है तो लोगों को फायदा होता है.


'70 के दशक की भूमिका फिर निभाना चाहता है पाकिस्तान' 
इमरान ने आगे कहा कि पाकिस्तान वह भूमिका निभाना चाहता है जो उसने 1970 के दशक में निभाई थी, जब वह दोनों देशों को एक साथ लाने में "महत्वपूर्ण" कारक था. उन्होंने 1971 में इस्लामाबाद से बीजिंग की पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री की यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, "डॉ हेनरी किसिंजर की प्रसिद्ध यात्रा का आयोजन पाकिस्तान द्वारा किया गया था, तो हम उस भूमिका को निभाने की उम्मीद करते हैं. यह देखते हुए कि पाकिस्तान के "अमेरिका के साथ अच्छे संबंध और चीन के साथ एक भाई के संबंध हैं.”


पीएम इमरान ने उम्मीद जताई कि दुनिया एक और शीत युद्ध जैसी स्थिति नहीं देखेगी जहां पाकिस्तान को पक्ष चुनना होगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के 22 करोड़ लोग उनकी प्राथमिकता हैं, " अपने लोगों को गरीबी से बाहर निकालने का एकमात्र तरीका है कि हमारे पास आर्थिक सुरक्षा हो, जो स्थिरता और शांति के साथ आती है. यदि आप संघर्ष में हैं, तो पहली चीज जो प्रभावित होती है वह आपकी अर्थव्यवस्था है."


यह भी पढ़ें: 


पत्नी का कटा सिर हाथ में लिए नजर आया पति, वायरल वीडियो से ईरान में रोष, कानूनी और सामाजिक सुधार की मांग तेज


नेपाल सरकार की लीक रिपोर्ट में खुलासा, पहली बार अपनी जमीन पर चीनी अतिक्रमण की बात मानी