Terran1 3-D Printed Rocket Launch: दुनिया की पहले 3डी प्रिंटेड रॉकेट टेरान को बुधवार (22 मार्च) को सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया. ये तीसरी बार में सफलतापूर्वक लॉन्च हुआ. वहीं सेकेंड स्टेज में अलग होने के क्रम में ऑर्बिट में नहीं पहुंच सका था. इस बात की जानकारी AFP ने दी.


वहीं लॉन्च के जिम्मेदार एयरोस्पेस कंपनी रिलेटिविटी स्पेस ने कहा कि ये लॉन्च हमारे लिए एक बड़ी जीत है. इसने निर्धारित किए गए अधिकतम गतिशील दबाव की स्थिति का सफलतापूर्वक सामना करने में सफल रहा. इस तरह के रॉकेट की कैटगरी में ये एक बड़ी जीत है.


रॉकेट टेक्नोलॉजी को साबित कर दिया
रिलेटिविटी स्पेस ने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा कि 3डी प्रिंटेड रॉकेट टेरान के लॉन्च ने रॉकेट टेक्नोलॉजी को साबित कर दिया. इसे हमे अगले टेरान आर रॉकेट को सही बनाने में मदद मिलेगी. हमने इसे मैक्स-क्यू की मदद से सफलतापूर्वक बनाया है.


इसने अधिकतम गतिशील दबाव की स्थिति को सफलतापूर्वक पार कर लिया. यह हमारे नए एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग अप्रोच का सबसे बड़ा प्रूफ पॉइंट है. वहीं लॉन्च को ऐतिहासिक पहल बताते हुए अंतरिक्ष कंपनी ने कहा कि रॉकेट मेन इंजन कटऑफ और स्टेज सेपरेशन के माध्यम से भी आगे बढ़ा है.






85 फीसदी हिस्सा 3डी-प्रिंटेड है
एयरोस्पेस कंपनी ने कहा कि हम आने वाले दिनों में फ्लाई डेटा का आकलन करेंगे और सार्वजनिक अपडेट हासिल करेंगे. 3डी प्रिंटेड रॉकेट रिलेटिविटी स्पेस ने दावा किया कि टेरान 1 का 85% हिस्सा 3डी-प्रिंटेड है. रबर सील, कंप्यूटर और इलेक्ट्रिकल सर्किट्री जैसे चलने वाले हिस्सों को छोड़कर, नोस कोन, रॉकेट बॉडी, इंटरनल प्रॉपलेंट टैंक और इसके अधिकांश एयॉन इंजन सहित अन्य सभी भाग 3डी-प्रिंटेड हैं.


ब्लू ओरिजिन एलएलसी के एक पूर्व इंजीनियर सापेक्षता के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, टिम एलिस के अनुसार लॉन्च का उद्देश्य यह दिखाना है कि 3डी-प्रिंटेड मैक्स क्यू सहन कर सकता है. यह स्थिति उड़ान के पहले कुछ मिनटों के दौरान होती है जब रॉकेट सबसे बड़ी ताकतों और तनावों के संपर्क में आता है.


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