नई दिल्ली: अमेरिका के सबसे बड़े हमले से भारत को भी बड़ी राहत मिली है. अमेरिका के हमले में आईएस के उस खुरासान मॉड्यूल का नामोनिशान मिट गया है, जिसकी भारत पर बुरी नजर थी. बताया जा रहा है कि जिस जगह अमेरिका ने सबसे बड़ा गैर परमाणु बम GBU-43 फोड़ा वो जगह आईएस आतंकियों के खुरासान मॉड्यूल का मुख्यालय थी.
अफगानिस्तान में आईएस आतंकियों पर अमेरिका का बड़ा हमला, सुरंग-बंकरों पर गिराया 10 हजार किलो का बम
पिछले महीने लखनऊ में हुए सैफुल्लाह नाम के आतंकी के एनकाउंटर और कानपुर से कई गिरफ्तारियों के बाद पुलिस को ऐसे दस्तावेज मिले थे, जिनसे पता चला था कि ये सभी आईएस के खुरासान मॉड्यूल से प्रभावित थे.
खुफिया एजेंसियों को पता चला है कि आईएस के खुरासान मॉड्यूल ने अफगानिस्तान में केरल के उन 21 लड़कों को भी ट्रेनिंग दी जो पिछले साल लापता हो गए थे.
जानें- अफगानिस्तान में IS पर हमले में इस्तेमाल बम की खासियत, अमेरिका ने 2003 में किया था परीक्षण
क्या है आईएस का खुरासान मॉड्यूल
खुरासान अफगानिस्तान का पुराना नाम है. इसी के नाम पर ये आतंकी मॉड्यूल बना है. आईएस के खुरासान मॉडयूल को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसI का खुला समर्थन माना जाता है. इसी मॉड्यूल के जरिए आईएस जेहादी तैयार करने में जुटी है.
जानें- अफगानिस्तान में ISIS पर अमेरिकी हमले का दुनिया पर क्या असर पड़ेगा?
खुरासान मॉड्यूल के जरिए आंतकवादी संगठन आईएसआईएस भारत समेत एशिया के बड़े हिस्से पर अपना कब्ज़ा चाहता है. आईएस के खुरासान मॉड्यूल ने 2020 तक भारत और दुनिया के कई देशों को अपने चंगुल में जकड़ने के मंसूबे पाल रखे थे.
अफगानिस्तान में अमेरिकी हमले से भारत को राहत, सबसे बड़े बम से IS का खुरासान मॉड्यूल तबाह!
अमेरिका ने नांगरहार में सबसे बड़ा बम गिराकर आईएस के खुरासान मॉड्यूल का नामोनिशान मिटा दिया है.