Yusuf al-Qaradawi Death: मिस्र के मौलवी यूसुफ अल-करजावी का 96 साल की उम्र में निधन, जानिए उनके बारे में सबकुछ
Yusuf al-Qaradawi Death: 2013 से मिस्त्र से निर्वासित चल रहे मौलवी यूसुफ अल-करजावी का 96 साल की उम्र में कतर में निधन हो गया.
Yusuf al-Qaradawi Death: ‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ के आध्यात्मिक नेता माने जाने वाले मिस्र (Egypt) मूल के मौलवी यूसुफ अल-करजावी (Yusuf al-Qaradawi) का 96 साल की उम्र में कतर (Qatar) में निधन हो गया. उनके आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट से ट्वीट कर बताया गया कि उन्होंने अपने पूरे जीवन इस्लाम और उसकी सीख को दुनिया को बताया. उन्होंने लिखा कि हमारी अल्लाह से दरख्वास्त है कि वह उन्हे जन्नत अता फरमाएं.
उनके बेटे अब्दुल रहमान यूसुफ अल-करजावी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस खबर की पुष्टि की. 2015 में मिस्र में उनकी गैर मौजूदगी में उन पर सरकार ने मुकदमा चलाया और उनको मौत की सजा सुनाई.
انتقل إلى رحمة الله سماحة الإمام يوسف القرضاوي الذي وهب حياته مبينا لأحكام الإسلام، ومدافعا عن أمته.. نسأل الله أن يرفع درجاته في عليين، وأن يلحقه بالنبيين والصديقين والشهداء والصالحين.. وحسن أولئك رفيقا. وأن يجعل ما أصابه من مرض وأذى رفعا لدرجاته.. اللهم آمين pic.twitter.com/euoUztZeMQ
— يوسف القرضاوي (@alqaradawy) September 26, 2022
वह 2004 से लेकर अब तक अंतरराष्ट्रीय मुस्लिम स्कॉलर युनियन के 14 सालों तक अध्यक्ष रहे थे. करजावी अल जजीरा पर प्रसारित होने वाले शरिया और जीवन कार्यक्रम की वजह से जाने जाते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक दुनिया भर में उनके अनुमानित दर्शकों की संख्या 40-60 मिलियन मानी जाती है.
यूसुफ अल-करजावी (Yusuf al-Qaradawi) ने अपने जीवन काल में 120 से ज्यादा किताबें लिखीं. उनकी लिखी गई किताबों में द लॉफुल एंड द प्रोहिबिटेड इन इस्लाम एंड इस्लाम और 'द फ्यूचर सिविलाइजेशन' जैसी किताबें शामिल हैं. इस्लाम पर काम करने के लिए उनको अब तक आठ अंतरराष्ट्रीय पुरुस्कार मिले हैं और उनको सबसे प्रभावशाली इस्लीमी विद्वानों में से एक माना जाता है.
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