वॉशिंगटन: मीडिया पर निगरानी रखने वाली एक संस्था ने बुधवार को भारतीय प्राधिकारियों से झारखंड में आदिवासी समुदाय के एक पत्रकार की हत्या की जांच के लिये एक स्वतंत्र समिति गठित करने की मांग की. संस्था का दावा है कि इस मामले में पुलिस जांच रुक गई है.
नौ दिसंबर 2018 को एनजीओ ‘वीडियो वॉलंटियर’ के सामुदायिक पत्रकार अमित टोपनो (35) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. टोपनो का शव रांची में सड़क किनारे पड़ा मिला था. संस्था 'रिपोर्टर विदआउट बॉर्डर' नाम की संस्था ने बयान जारी कर कहा कि टोपनो हत्या मामले में स्थानीय पुलिस की जांच ‘रुक गई है.’
‘द रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर’ के एशिया-प्रशांत डेस्क के प्रमुख डेनियल बस्टर्ड ने कहा कि ‘टोपनो की रिपोर्टिंग से कुछ लोग नाराज थे और जांचकर्ताओं को इस बात पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है कि उनकी हत्या पत्रकार के तौर पर उनके काम को लेकर की गई है.
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