Britain: ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक मुश्किलों में घिरते दिख रहे हैं. उन पर पार्लियामेंट कमिश्नर फॉर स्टैंडर्ड्स द्वारा जांच की जाएगी. दरअसल, ऋषि सुनक की वाइफ अक्षता मूर्ति एक चाइल्ड केयर फर्म में इनवेस्टर हैं. ऐसे में इस बात की जांच की जाएगी कि क्या सुनक ने चाइल्डकेयर कंपनी में अपनी पत्नी की हिस्सेदारी को ठीक से घोषित किया है. कहीं उन्होंने नियमों का उल्लंघन तो नहीं किया है.
कमिश्नर की वेबसाइट के जरिए शेयर की गई जानकारी के अनुसार, 13 अप्रैल को प्रधानमंत्री पर कमिश्नर डेनियल ग्रीनबर्ग ने जांच शुरू की है. इससे पहले विपक्षी दलों ने इस मुद्दे को जमकर उठाया है. विपक्ष का आरोप है कि सुनक ने अपनी पत्नी के शेयरहोल्डिंग वाली बात रजिस्टर ऑफ इंट्रेस्ट के दौरान जारी नहीं की, जो कि बतौर सांसद उन्हें करनी चाहिए थी.
वेबसाइट के अनुसार, यह जांच कोड ऑफ कंडक्ट के पैराग्राफ 6 से संबंधित है, जो कि सांसदों के लिए अपडेट किया गया है. इस कोड ऑफ कंडक्ट के अंतर्गत दिया गया है कि, सदन या इसकी संबंधित समितियों की किसी भी कार्यवाही में खुले और स्पष्ट तौर पर रेलेवेंट इंट्रेस्ट दिखाना चाहिए.
सुनक के प्रवक्ता ने की जांच की पुष्टि
सुनक के प्रवक्ता ने जांच की पुष्टि करते हुए कहा कि हम पूरी तरह से जांच में सहयोग कर रहे है, हम चाहते हैं कि जांच में पारदर्शिता बनी रहे. इसी लिए हमें आयुक्त की सहायता करने में प्रसन्नता हो रही है. बता दें कि सुनक और उनकी पत्नी 10 डाउनिंग स्ट्रीट के अब तक के सबसे अमीर निवासी हैं.
सुनक की पत्नी भारतीय आईटी दिग्गज इंफोसिस के संस्थापकों में से एक की बेटी हैं. इसके साथ ही सोमवार के शेयर की कीमत के आधार पर लगभग 600 मिलियन डॉलर मूल्य की कंपनी में लगभग 0.9% की मालिक हैं.
बता दें कि जांच में अगर सुनक दोषी पाए जाते हैं तो उन्हें मांफी मांगना पद सकता है. इसके साथ ही उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है. ऐसे में संभव है कि एक समिति उनके खिलाफ एक्शन लेते हुए उन्हें सद से निलंबित या निष्कासित कर दे.
ये भी पढ़ें: SpaceX Starship Launch: दुनिया का सबसे शक्तिशाली रॉकेट नहीं हो पाया लांच, मस्क ने खुद ट्वीट कर दी जानकारी