(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
इराक में अमेरिकी सैन्य बेस पर रॉकेट से एक और हमला, किसी के हताहत होने की खबर नहीं
बगदाद के उत्तर में अमेरिकी नेतृत्व वाली गठबंधन सेनाओं की मौजूदगी वाले एक इराकी हवाई अड्डे को कत्युशा रॉकेटों से निशाना बनाया है. इराकी सेना ने मंगलवार को यह जानकारी दी. उन जगहों पर यह ताजा हमला है जहां अमेरिकी सैनिक तैनात हैं.
बगदाद: इराक में अमेरिकी सेना के बेस पर फिर हमला हुआ है. इराक के ताजी में रॉकेट से हमला हुआ है, हालांकि इस हमले में किसी सैनिक को नुकसान पहुंचने की खबर नहीं है. अभी तक किसी ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. ताजी बेस पर कत्यूषा रॉकेट से हमला किया गया है. इराकी सेना ने बयान में हालांकि यह नहीं बताया कि ताजी स्थित शिविर पर कितने रॉकेट दागे गये हैं.
इससे पहले अपने सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद ईरान ने सात जनवरी की रात इराक में अमेरिकी सेना के दो बेस पर हमला किया था. इन बेस का नाम अल असद और ईरविल था. अमेरिका के हमले में अपने कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद ईरान ने अमेरिकी बेस को निशाना बनाया था.
ईरान ले रहा है बदला
अपने कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद ईरान बदला लेने में लगा हुआ है. ईरान ने पहले 22 बैलेस्टिक मिसाइल दागी और फिर उसके बाद लगातार वह बगदाद में अमेरिकी दूतावास के पास रॉकेट बरसाए थे. ईरान की ओर से जवाबी कार्रवाई के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि ईरान के खिलाफ कडे़ आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे. वहीं ईरान के राष्ट्रपति ने कहा था कि मैं अमेरिका की धमकियों से नहीं डरता हूं.
बता दें कि अमेरिका और ईरान के बीच जनरल कासिम सुलेमानी की मौत के बाद से तनाव की स्थिति बनी हुई है. हालिया हमले से पहले भी इराक में सैन्य ठिकानों पर हमले हुए थे. इसके बाद से अमेरिका ने ईरान पर और प्रतिबंध लगाने का एलान किया था.
अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन ने ईरानी हमले के बाद कहा था कि ईरान पर प्रतिबंध और कड़े किए जाएंगे. अमेरिकी वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन ने कहा था कि नये प्रतिबंधों का असर ये होगा कि ईरानी शासन को मिलने वाली करोड़ों डॉलर की सहायता पर रोक लग जाएगी.
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