बगदाद में अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइल हमला, सुलेमानी की मौत के बाद ईरान ने कही थी बदले की बात
अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध का संकट गहरा होता जा रहा है. दोनों देश युद्ध के रास्ते पर बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं. हालांकि दोनों देश एक दूसरे पर सीधे हमला नहीं कर रहे हैं. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में अमेरिका तीन से साढ़े तीन हजार सैनिक और इराक भेजेगा.
बगदाद: अमेरिका और ईरान में तनातनी के बीच बगदाद में अमेरिकी सैन्य ठिकाने और अमेरिकी दूतावास पर कल रात दो मिसाइलें दागी गई हैं. ये मिसाइल किसने दागी हैं ये अभी साफ नहीं है. लेकिन कल ही ईरानी सेना के टॉप कमांडर कासिम सुलेमानी को अमेरिका ने मार गिराया था. जिसके बाद ईरान ने बदला लेने की बात कही थी. इस हमले को कासिम सुलेमानी की मौत का बदला माना जा रहा है. इस हमले के साथ ही अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध की आहट भी गहरी होती जा रही है.
#BREAKING Two missiles hit Iraqi capital's Green Zone, security sources say pic.twitter.com/Coe7cVFUMD
— AFP news agency (@AFP) January 4, 2020
कल रात हुए हमलों के बारे में जानिए- पहला हमला कल रात हुए हमलों की बात करें तो पहला हमला इराक की राजधानी बगदाद में मौजूद अमेरिकी दूतावास पर हुआ. इराक में अमेरिकी दूतावास पर रॉकेट से बड़ा हमला किया गया. पहले मॉर्टर से हमला हुआ इसके बाद दो रॉकेट दागे गए. बताया जा रहा है बगदाद के ग्रीन जोन में मौजूद अमेरिकी दूतावास के भीतर ये रॉकेट फटा. जिससे दूतावास के अंदर अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया.
दूसरा बड़ा हमला दूसरा बड़ा हमला में सेंट्रल इराक में मौजूद बलाद एयरफोर्स बेस पर दो रॉकेट दागे गए. इराक की सेना के मुताबिक अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर कत्यूषा रॉकेट से हमला हुआ. कत्यूषा रॉकेट को सबसे पहले रूस ने बनाया था. जिसका इस्तेमाल सोवियत संघ ने दूसरे विश्व युद्ध में किया था. इराक में अमेरिकी दूतावास और अमेरिका के सैन्य ठिकाने पर हुआ हमला ईरान के अमेरिका से बदले के तौर पर देखा जा रहा है.
हमला अमेरिका से बदला कैसे? ये हमला ईरान का अमेरिका से बदला कैसे हो सकता है. इसके समझने के लिए आपको कासिम सुलेमानी की बेटी जेनाब सुलेमानी और ईरान के राष्ट्रपति हसन रोहानी की बातचीत जाननी चाहिए. कासिम सुलेमानी की बेटी जेनाब सुलेमानी ने राष्ट्रपति हसन रोहानी से कहा, ''मिस्टर रोहानी जब मेरे पिता के दोस्तों को खून बहता था तो वो बदला लेते थे. अब मेरे पिता के खून बहने का बदला कौन लेगा?'' इसके जवाब में राष्ट्रपति रोहानी ने कहा, '' बिल्कुल मिलेगा. शहीद के खून का बदला लिया जाएगा, चिंता मत करो.''
ट्रंप ने सुलेमानी की मौत को सही ठहराया इराक में अमेरिका के ठिकानों पर हुआ हमला बगदाद में अमेरिका के एयर स्ट्राइक के बाद से हुआ है. इस हमले में ईरान का टॉप कमांडर कासिम सुलेमानी मारा गया था. अमेरिका के राष्ट्रपति ने इस हमले के बाद साफ साफ कहा था कि अमेरिका को नुकासान पहुंचाने वालों को ढूंढकर मारेंगे. अमेरिका राष्ट्रपति ने कासिम सुलेमानी की मौत को सही ठहराया.
ट्रंप की चेतावनी, कहा- अमेरिका धमकी बर्दाश्त नहीं करेगा इराक में अमेरिका के ठिकानों पर हुए हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने ईरान को कड़े शब्दों में चेताया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''अमेरिकी ठिकानों को निशाना बनाए जाने को लेकर ईरान तेवर के साथ कह रहा है कि उसने बदला लिया. जबकि अपने आतंकी नेता के बारे में नहीं बता रहा है कई अमेरिकियों को और कई लोगों की हत्या की.''
उन्होंने आगे लिखा, ''सैकड़ों ईरानी प्रदर्शनकारी हमारे दूतावास पर हमला कर रहे हैं. कई जगहों पर हमले की तैयारी कर रहे हैं. ये ईरान की पुरानी समस्या है. मैं चेतावनी देता हूं अगर किसी भी अमेरिकन या उसके ठिकानों को निशाना बनाया. हमने इरान के 52 ठिकानों को टारगेट किया है. कुछ ठिकाने ईरान के लिए बेहद खास हैं. हम इनपर बहुत तेज और जोरदार हमला करेंगे. अमेरिका अब कोई धमकी बर्दाश्त नहीं करेगा.''
दोनों देशों के बीच तनाव बना दुनिया की टेंशन कासिम सुलेमानी की मौत के बाद अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध का संकट गहरा होता जा रहा है. दोनों देश युद्ध के रास्ते पर बढ़ते हुए दिखाई दे रहे हैं. हालांकि दोनों देश एक दूसरे पर सीधे हमला नहीं कर रहे हैं. एक दूसरे पर हमले के दोनों देशों ने इराक को चुना है.
इराक में अमेरिकी ठिकानों पर हुए हमले के बाद अमेरिका इराक में लगातार अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा रहा है. शनिवार को अमेरिका के 650 सैनिक बगदाद पहुंचे. माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में अमेरिका तीन से साढ़े तीन हजार सैनिक और इराक भेजेगा.
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