Russia Ukraine War: रूसी रक्षा मंत्री ने यूक्रेन से युद्ध के रूसी कैदियों पर हो रहे कथित 'अत्याचार' रोकने के लिए उपाय करने का आग्रह किया है. वहीं दूसरी तरफ यूक्रेन का कहना है कि वह उन असत्यापित रिपोर्टों की जांच करेगा कि उसके सैनिकों ने लड़ाई में पकड़े गए रूसी सैनिकों को प्रताड़ित किया.
कथित वीडियो फुटेज में ( जिसे सत्यापित नहीं किया गया है), ऐसा प्रतीत होता है यूक्रेन में रूसी सैनिकों के पकड़े जाने के बाद यूक्रेनी सैनिकों ने उन्हें शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया. वीडियो में कम से कम तीन रूसी सैनिकों को हिरासत में लेने के बाद पैरों में गोली मारते हुए दिखाया गया है जबकि कुछ के सिर पर सफेद बैग नजर आते हैं.
इस वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने के बाद यूक्रेन के सैन्य कमांडर जनरल वेलेरी ज़ालुज़्नी ने रूस पर इसे बनाने का आरोप लगाया. ज़ालुज़्नी ने कहा, "दुश्मन यूक्रेनी रक्षा बलों को बदनाम करने के लिए 'यूक्रेनी सैनिकों' द्वारा कथित 'रूसी कैदियों' के साथ अमानवीय व्यवहार का वीडियो बना और साझा कर रहा है."
कीव ने जांच की जाएगी
हालांकि, कीव में सरकार ने कहा कि वे दुर्व्यवहार के आरोपों को "बहुत गंभीरता से" ले रहे हैं और इनकी तत्काल जांच की जाएगी. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के सलाहकार ओलेक्सी एरेस्टोविच ने कहा, "हम एक यूरोपीय सेना हैं, और हम अपने कैदियों का मजाक नहीं उड़ाते हैं. अगर यह सच है, तो यह बिल्कुल अस्वीकार्य व्यवहार है.”
एरेस्टोविच ने कहा, "मैं अपने सभी सेना, नागरिक और रक्षा बलों को एक बार फिर याद दिलाना चाहता हूं कि कैदियों के साथ दुर्व्यवहार एक युद्ध अपराध है जिसमें सैन्य कानून के तहत कोई माफी नहीं है और इसकी कोई सीमा नहीं है."
यूक्रेनी सेना के प्रवक्ता ने कही ये बात
यूक्रेन की सेना के प्रवक्ता ऑलेक्ज़ेंडर मोटुज़्यानिक ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि कौन शामिल था या घटना कहां हुई थीं. उन्होंने कहा, "वर्तमान में, कोई भी इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि या खंडन नहीं कर सकता है. यह ज्ञात नहीं है कि यह कहां हो रहा है, या इसमें कौन शामिल हैं."
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि इन "राक्षसी छवियों" का कानूनी रूप से जांच कराने की जरुरत है और जिन्होंने इसमें भाग लिया है उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.
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