Ukraine Russia War: रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव (sergey lavrov) ने कहा है कि यूक्रेन की सेना (Ukrainian Forces) ने रूस (Russia) को विदेशी छात्रों को खार्कोव/खारकीव (Kharkov/Kharkiv) से निकालने की अनुमति नहीं दी. उन्होंने आरोप लगाया कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की (volodymyr zelensky) नाटो (NATO) और रूस के बीच संघर्ष को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं.
लावरोव का कहना है कि रूसी सेना खार्कोव से विदेशी छात्रों को निकालने में मदद करने के लिए तैयार थी, लेकिन यूक्रेनी पक्ष ने ऐसा करने से रोक दिया था। उन्होंने कहा कि यदि संघर्ष में नाटो के हस्तक्षेप न करने से ज़ेलेंस्की इतने निराश हैं, तो इसका मतलब है कि वह स्थिति को सुलझाने के लिए गठबंधन पर निर्भर है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने मॉस्को में अपने किर्गिज़ समकक्ष के साथ एक समाचार ब्रीफिंग में यह कहा.
रूस-बातचीत के लिए तैयार
विदेश मंत्री ने यह दावा करते हुए कि कीव (Kyiv) बैठक को स्थगित करने के लिए "बहाने के साथ आ रहा है" कहा कि रूस यूक्रेन के साथ तीसरे दौर की वार्ता के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, लावरोव ने कहा: "अभी के लिए, हमें कोई नई तारीख नहीं मिली है। हम तैयार थे ... कल शाम से तीसरा दौर आयोजित करने के लिए." लावरोव ने कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की द्वारा दिए गए "क्रोधित" बयानों से स्थिति को लेकर "आशावाद" कम हो गया है.
रूस ने दो शहरों में की संघर्ष विराम की घोषणा
बता दें रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग के दसवें दिन रूस ने यूक्रेन के दो शहरों में संघर्ष विराम की घोषणा की गई है. ये संघर्ष विराम मारियुपोल और वोल्नोवाखा शहरों के लिए होगा. रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि शनिवार को जीएमटी सुबह 7 बजे यानी मॉस्को के समयानुसार सुबह 10 बजे और भारतीय समयानुसार शनिवार दोपहर 12.30 बजे से मारियुपोल और वोल्नोवाखा के लिए मानवीय कॉरिडोर खोले जाएंगे. इस दौरान लोग शहर छोड़कर जा सकेंगे.
यूक्रेन ने कहा निकासी अभियान रुका
हालांकि मारियुपोल की सिटी काउंसिल का कहना है कि संघर्ष विराम घोषित होने के बावजूद मारियुपोल से लोगों को निकालने की प्रक्रिया को स्थगित कर दिया गया है. उसका कहना है कि रूसी पक्ष अस्थाई संघर्ष विराम का पालन नहीं कर रहा है. वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय ने भी कहा कि रूस ने जिस इलाके में संघर्षविराम की घोषणा की है वहां निकासी अभियान रुक गया है.
यह भी पढ़ें: