मॉस्को की ओर से जारी की गई तथाकथित 'स्टॉप लिस्ट' में जिन 13 ब्रिटिश राजनेताओं के नाम शामिल हैं, उनमें भारतीय मूल के ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सुनक और गृह मंत्री प्रीती पटेल के अलावा उप प्रधानमंत्री डोमिनिक राब, विदेश मंत्री लिज ट्रूस और रक्षा मंत्री बेन वालास भी शामिल हैं.
रूसी संघ के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया, ' ब्रिटिश सरकार की अभूतपूर्व शत्रुतापूर्ण कार्रवाइयों के चलते, विशेषकर रूसी संघ के शीर्ष अधिकारियों पर लागू किए गए प्रतिबंधों के मद्देनजर, ब्रिटेन सरकार के प्रमुख सदस्यों और राजनेताओं को रूस की 'स्टॉप लिस्ट' में शामिल करने का फैसला लिया गया है.'
रूस ने क्यों उठाया ये कदम?
बयान के मुताबिक, ब्रिटेन की ओर से रूस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग करने के उद्देश्य से चलाये गये राजनीतिक अभियान की प्रतिक्रिया में यह कदम उठाया गया है. बयान में कहा गया, 'यह अभियान हमारे देश की घरेलू अर्थव्यवस्था को कमजोर करने के लिए चलाया गया. ब्रिटेन का नेतृत्व जानबूझकर यूक्रेन के आसपास हालात को विकट बनाने के साथ ही घातक हथियारों को उपलब्ध कराकर कीव शासन को उकसा रहा है और नाटो की ओर से इसी तरह के प्रयासों का समन्वय कर रहा है.'
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Russia-Ukraine War: रूस ने यूक्रेन से जंग के बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और कई शीर्ष मंत्रियों और नेताओं पर प्रतिबंध लगा दिया है. रूस के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि यूक्रेन संघर्ष को लेकर इन नेताओं की 'अभूतपूर्व शत्रुता कार्रवाइयों' के चलते ये कदम उठाया गया है.
'स्टॉप लिस्ट' में 13 ब्रिटिश राजनेताओं के नाम शामिल