Russia and China Relations: रूस (Russia) ने अमेरिकी हाउस स्पीकर (US House Speaker) नैन्सी पेलोसी (Nancy Pelosi) की ताइवान (Taiwan) यात्रा को चीन को नियंत्रित करने का एक "स्पष्ट उकसावा" करार दिया. रूसी विदेश मंत्रालय के मुताबिक, "चीनी पक्ष को ताइवान मुद्दे पर अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए आवश्यक उपाय करने का अधिकार है." पेलोसी मंगलवार रात को ताइवान की राजधानी ताइपे (Taipei) पहुंची हैं.
रूसी विदेश मंत्रालय (Foreign Ministry) ने कहा, "हम वाशिंगटन (Washington) से उन कार्यों से परहेज करने का आग्रह करते हैं जो क्षेत्रीय स्थिरता और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा को कमजोर करते हैं साथ ही यह अपील भी करते हैं कि वह नई भू-राजनीतिक वास्तविकता को पहचाने जिसमें अब अमेरिकी आधिपत्य के लिए कोई जगह नहीं है."
इससे पहले क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा, इस तरह के दौरे ‘‘बहुत ही उकसावे’’ वाले हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि, ‘‘यह इलाके में स्थिति खराब कर सकते हैं और तनाव बढ़ा सकते हैं.’’ पेस्कोव ने दोहराया कि रूस इस मुद्दे पर चीन के साथ ‘‘एकजुट’’ है. उन्होंने कहा कि ताइवान का मुद्दा बीजिंग के लिए बहुत ही संवेदनशील है.
बता दें पेलोसी, 25 वर्षों में ताइवान का दौरा करने वाली सर्वोच्च-प्रोफ़ाइल वाली निर्वाचित अमेरिकी अधिकारी हैं. वहीं बीजिंग (Beijing) ने स्पष्ट किया है कि वह उनकी उपस्थिति को एक प्रमुख उकसावे के रूप में देखता है. गौरतलब है कि चीन का मानना है कि ताइवान उसकी मुख्य भूमि का हिस्सा है. वह नियमित तौर पर किसी विदेशी हस्ती के ताइवान दौरे का विरोध करता रहा है क्योंकि उसे लगता है कि यह द्वीपीय क्षेत्र को संप्रभु के रूप में मान्यता देने के जैसा है.
चीनी सेना ने कहा वह सैन्य कार्रवाई करेगी
चीन की सेना ने कहा कि वह पेलोसी की यात्रा के जवाब में "टारगेटिड मिलिट्री एक्शन (Targeted Military action) की एक सीरीज लॉन्च करेगी". यूक्रेन (Ukraine) पर मॉस्को (Moscow) के हमले ने आशंकाओं को बढ़ा दिया है कि बीजिंग इसी तरह अपने बहुत छोटे पड़ोसी के खिलाफ कुछ ऐसी ही कार्रवाई कर सकता है.
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