Syria Civil War: 'विद्रोहियों से की बातचीत, फिर बशर अल-असद ने छोड़ा देश', सीरिया में तख्तापलट पर रूस का बड़ा दावा
रूस के विदेश मंत्रालय ने सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद को लेकर बड़ा दावा किया है. रूस ने कहा कि असद ने इस्तीफा देने से पहले संघर्ष में शामिल कई पक्षों से बातचीत की थी.
Syria Civil War: रूस ने रविवार (8 दिसंबर ) को दावा किया है कि बशर अल-असद राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे चुके हैं और किसी गुप्त जगह पर चले गए हैं. रूस ने कहा कि उनकी सरकार को 14 साल के भीषण गृहयुद्ध के बाद विद्रोहियों ने उखाड़ फेंका है.
रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि बशर अल-असद ने इस्तीफा देने से पहले संघर्ष में शामिल कई लोगों से बातचीत की थी. रूस ने यह भी दावा किया कि असद ने शांति पूर्ण तरीके से सत्ता के हस्तांतरण का निर्देश देने के बाद सीरिया छोड़ दिया. हालांकि, मॉस्को ने स्पष्ट किया कि उसने इस पूरी प्रक्रिया में कोई भागीदारी नहीं ली.
मॉस्को के विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया
मॉस्को के विदेश मंत्रालय ने कहा, "बी. असद और सीरियाई अरब गणराज्य के क्षेत्र में संघर्ष में शामिल कई लोगों के बीच बातचीत के बाद उन्होंने अपने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने और देश छोड़ने का फैसला किया और सत्ता के पीसफुल ट्रांसफर के लिए आगे बढ़ने के निर्देश दिए." मॉस्को ने कहा कि रूस ने इन बातचीत में भाग नहीं लिया.
असद के पिता हाफ़िज़ की मूर्तियों को लोगों ने तोड़ा
रविवार (8 दिसंबर) को बताया गया कि असद दमिश्क से किसी गुप्त जगह के लिए रवाना हो गए थे, क्योंकि विद्रोही सेना की तैनाती के बिना राजधानी में घुस आए थे. अभी तक असद और उनकी पत्नी अस्मा और दो बच्चों का कुछ सटीक जानकारी पता नहीं चला है. इस बीच, असद के दशकों लंबे शासन के अंत होने के बाद सीरिया में जश्न मनाया गया. दमिश्क में बशर अल-असद के दिवंगत पिता हाफ़िज़ की मूर्तियों को लोगों ने गिरा दिया और रौंद दिया. उत्तरी सीरिया के अलेप्पो में तस्वीरों में लोगों को बशर अल-असद के भाई बैसेल की मूर्ति को गिराते हुए दिखाया गया.
विक्ट्री साइन दिखाते हुए लोग बोले अल्लाहु अकबर
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में विद्रोहियों को राजधानी दमिश्क में राष्ट्रपति भवन के अंदर घूमते हुए दिखाया गया है. उन्हें राष्ट्रपति भवन में असद के परिवार के तस्वीरों को तोड़ते हुए देखा गया. सीरियाई राजधानी में निवासियों को सड़कों पर जयकारा लगाते हुए देखा गया. दमिश्क से AFPTV की तस्वीरों में विद्रोहियों को सूर्योदय के समय हवा में गोलियां चलाते हुए दिखाया गया है, कुछ लोग विक्ट्री साइन दिखाते हुए और अल्लाहु अकबर सबसे महान है चिल्लाते हुए दिखे.
कुछ लोग जश्न मनाने के लिए एक टैंक पर चढ़ गए, जबकि अन्य ने असद के पिता हाफ़िज़ की गिरी हुई मूर्तियों को तोड़ा. तस्वीरों में एक विद्रोही लड़ाका सड़क पर मोटरसाइकिल चलाते हुए और हाफ़िज़ अल-असद की गिरी हुई मूर्ति को अपने पीछे घसीटते हुए दिखाया गया.
Syrian rebels are now smashing gilded Assad family portraits in the presidential palace of Damascus pic.twitter.com/BZpZuIjwUr
— Drew Pavlou (@DrewPavlou) December 8, 2024
Russia's decade long effort to prop up Syrian dictator Assad has failed, with rebels in full control after only one week fighting.
— KyivPost (@KyivPost) December 8, 2024
Inside Assad's presidential palace, Damascus. pic.twitter.com/wHVqtezBfq
डोनाल्ड ट्रम्प ने क्या कहा?
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने सोशल प्लेटफ़ॉर्म पर पोस्ट किया कि "असद चला गया है" और कहा "उसका रक्षक, रूस, रूस, रूस, व्लादिमीर पुतिन के नेतृत्व में, अब उसे बचाने में दिलचस्पी नहीं रखता". हालांकि ये सच है कि असद को कई सालों तक रूस और ईरान ने सहारा दिया, जबकि तुर्की ने विपक्ष का समर्थन किया है.
असद को अपने पिता से विरासत में मिली थी सत्ता
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की खबर के मुताबिक सीरियाई भीड़ ने बशर अल-असद के महलों में तोड़फोड़ की और फर्नीचर और गहने चुरा लिए. कई लोग अल-रावदा राष्ट्रपति भवन में घुस गए और अपने कंधों पर स्मार्ट कुर्सियां उठाए हुए थे. मुहाजरीन पैलेस में भी तोड़फोड़ की गई. बता दें कि असद के पिता हाफ़िज़ अल-असद ने 1970 के तख्तापलट के बाद सत्ता पर कब्ज़ा किया था. उनकी तस्वीर देश भर की दीवारों, संस्थानों, कार्यालयों और स्कूलों पर चिपकाई गई थी. बशर अल-असद को 2000 में अपने पिता से सत्ता विरासत में मिली थी. तब से वे शासन कर रहे थे.