रूसी विदेश मंत्रालय का कहना है कि मॉस्को यूरोप की परिषद से हट रहा है. मंत्रालय ने कहा कि उसने महाद्वीप के प्रमुख मानवाधिकार संगठन को छोड़ने के रूस के फैसले के बारे में औपचारिक नोटिस मंगलवार को यूरोप की परिषद के महासचिव मारिजा पेजसिनोविक बुरिक को सौंप दिया. इसने कहा कि यह कदम यूरोप की परिषद के रूस की सदस्यता को निलंबित करने के 25 फरवरी के फैसले के बाद उठाया गया है. मंत्रालय ने आरोप लगाया कि यूरोप की परिषद रूस पर दबाव बनाने का एक साधन बन गई है. उसने आरोप लगाया कि यह उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) और यूरोपीय संघ से काफी प्रभावित है. 


ब्रिटेन ने रूस को लक्जरी सामान का निर्यात रोका
वहीं, इससे अलग ब्रिटेन ने व्यापार के मोर्चे पर रूस के खिलाफ कदम उठाए. ब्रिटेन ने रूस को ‘हाई-एंड’ लक्जरी सामान के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के साथ वोदका जैसे प्रमुख रूसी उत्पादों पर नया आयात शुल्क लगाने की घोषणा की है. इस निर्णय से रूस के चर्चित उत्पादों में से एक वोदका पर असर पड़ेगा. वहीं रूस को लक्जरी सामानों के निर्यात पर रोक से वाहन, उच्च श्रेणी के फैशन और कलात्मक क्षेत्र पर असर पड़ेगा. ब्रिटेन सरकार ने कहा है कि नए प्रतिबंध घरेलू कारोबार पर सीमित असर डालेंगे लेकिन इनका अधिकतम प्रभाव रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की युद्ध ‘मशीन’ पर होगा.


ब्रिटेन सरकार ने पड़ोसी देश यूक्रेन में सैन्य आक्रमण के जवाब में नए आर्थिक प्रतिबंध लगाते हुए रूस और बेलारूस के और 370 व्यक्तियों को भी प्रतिबंधित कर दिया है. ब्रिटेन सरकार के अनुसार, प्रतिबंधित 370 लोगों की अतिरिक्त सूची में पुतिन के सहयोगी, सरकार के प्रवक्ता और प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्टिन, रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और रूस के पूर्व राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव शामिल हैं.


इन प्रतिबंधों के तहत ब्रिटेन सरकार द्वारा प्रतिबंधित व्यक्तियों की देश में संपत्तियां जब्त कर दी जाएंगी. इसका मतलब है कि ब्रिटेन का कोई भी नागरिक या कंपनी उनके साथ व्यापार नहीं कर सकती है. इन व्यक्तियों पर ब्रिटेन से यात्रा करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है.


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