Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच जंग को 9 महीने पूरे हो चुके हैं. अभी तक दोनों देशों के बीच किसी भी मुद्दे पर कोई समझौता नहीं हुआ है. रूस का सैन्य अभियान आक्रामक होता जा रहा है. यूक्रेन की सेना भी रूसी सैनिकों को लगातार मुंहतोड़ जवाब दे रही है. अब रूस ने एक बार फिर यूक्रेन के कई क्षेत्रों में ड्रोन अटैक शुरू कर दिए हैं. नतीजतन ओडेसा (Odessa) में 15 लाख लोग बिजली कटौती (Power Cut In Ukraine) से प्रभावित हुए हैं. रूस ने यूक्रेन के पावर ग्रिड को निशाना बनाया है.


AFP की रिपोर्ट के मुताबिक, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा, "रूस ने 'कामिकेज ड्रोन' (Kamikaze Drone) से शनिवार रात को दक्षिणी यूक्रेनी शहर ओडेसा में हमला किया. हमले के बाद करीब 1.5 मिलियन से अधिक नागरिक बिना बिजली के रहने को मजबूर हैं." उन्होंने बताया कि ईरानी ड्रोन के हमलों के कारण ओडेसा और क्षेत्र के अन्य शहरों और गांवों में अंधेरा है.


'स्थिति कठिन बनी हुई है'


राष्ट्रपति प्रशासन के उप प्रमुख किरिलो टिमोशेंको ने कहा कि अस्पतालों और मैटरनिटी वार्डों सहित केवल महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे में ही बिजली की सुविधा है. उन्होंने कहा, "स्थिति कठिन बनी हुई है, लेकिन नियंत्रण में है." क्षेत्र के गवर्नर मैक्सिम मरचेंको ने कहा कि रूस ने रात भर 'कामिकेज ड्रोन' से शहर पर हमला किया था. एयर स्ट्राइक के बाद हमारे क्षेत्र के लगभग सभी जिलों और समुदायों में बिजली नहीं है.


रूस ने यूक्रेन पर हवाई हमले तेज किए


यूक्रेन का कहना है कि ओडेसा सहित देश के दक्षिणी क्षेत्र में स्थित यूक्रेनी पावर ग्रिड पर रूसी हमलों के बाद वर्तमान में हालात सबसे गंभीर हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस ने बीते सोमवार को यूक्रेन की प्रमुख इमारतों पर दर्जनों क्रूज मिसाइलें दागीं, लगातार हो रहे अटैक के चलते पहले से ही जर्जर हालत में चल रहा पावर ग्रिड अब पूरी तरह से डाउन हो गया है.


पावर ग्रिड को निशाना क्यों बना रहा रूस?


बता दें कि कई क्षेत्रों में अपमानजनक सैन्य हार के बाद रूस ने यूक्रेन के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. इसी के साथ, रूसी सैनिक जान-बूझकर यूक्रेन के पावर ग्रिड पर अटैक रहे हैं, ताकि ठंड के मौसम में नागरिकों को हीटिंग की सुविधा ना मिले और मजबूरन यूक्रेन के लोग रूस के सामने घुटने टेकने को मजबूर हो जाए. हालांकि, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की का कहना है कि वो अपनी अंतिम सांस तक यूक्रेन के लिए जंग लड़ेंगे और हार नहीं मानेंगे. 


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