रूस ने शुक्रवार बताया कि उसने जेल में बंद विपक्षी राजनेता एलेक्सी नेवलनी के समर्थन में प्रदर्शन के दौरान शामिल होने वाले पोलैंड, जर्मनी और स्विट्जरलैंड के राजनियकों को निष्कासित कर दिया. पिछले महीने एलेक्सी के समर्थन में बिना मंजूरी के प्रदर्शन का आयोजन किया गया था. जर्मनी ने रूस के इस कदम की कड़ी आलोचना की है. जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा कि रूस की तरफ से राजनयिकों को बर्खास्त करने का यह कदम न्यायसंगत नहीं है.
रूस की तरफ से यह कदम ऐसे समय में उठाया गया जब कुछ घंटे पहले यूरोपीय यूनियन के शीर्ष राजनयिक जोसेप बोर्रेल ने मॉस्को में रूसी विदेश मंत्री सर्वेई लावरोव से मुलाकत की और बताया कि नेवलनी को जेल में डालने के चलते यूरोपीय और रूस के बंद संबंध 'निचले स्तर' पर है.
प्रवक्ता ने बताया कि जहां बोर्रेल ने रूस के इस कदम की कड़ी आलोचना की तो वहीं दूसरी तरफ स्विट्जरलैंड ने पूरी तरह "बेबुनियाद" करार दिया. रूस के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 23 जनवरी को एक अवैध प्रदर्शन में यूरोपीय यूनियन के देशों के राजनयिकों ने अज्ञात संख्या में हिस्सा लिया था और स्वीकार्य व्यक्ति करार दिया गया है.
रूस के विदेश मंत्रालय की तरफ से आगे कहा गया- राजनयिकों को रूस छोड़कर जाने को कहा गया है. उन्होंने आगे कहा कि मॉस्को उन देशों के राजनयिकों से यह उम्मीद करता है कि भविष्य में वे "अंतरराष्ट्रीय नियमों का कड़ाई से पालन करें".
नेवलानी की रिहाई को लेकर क्रेमलिन शासन के खिलाफ देशभर में हुए बड़े प्रदर्शन को लेकर रूस की पुलिस ने करीब 10 हजार लोगों को गिरफ्तार किया है. 44 वर्षीय विपक्षी नेता नेवलानी को पिछले महीने उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वे जर्मनी से मॉस्को पहुंचे थे. रूस में उनका इलाज चल रहा था. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर नेवलानी को जहर देने का आरोप लगाया था.
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