Russia Ukraine War: रूस ने पूर्व में यूक्रेन के गढ़ों की घेराबंदी और बढ़ाई, कीव ने पश्चिम से कहा- हमें भारी हथियार चाहिए
Russia Ukraine War Update: यूक्रेन के विदेश मंत्री ने चेतावनी दी कि विदेशी हथियारों की नई खेप के बिना, यूक्रेनी सेना रूस को सिविएरोदोनेत्सक और पास के लिस्चांस्क पर कब्जा करने से नहीं रोक पाएगी.
Russia Ukraine Conflict: रूसी सेना (Russian Army) ने शुक्रवार को यूक्रेन (Ukraine) के अलगाववादी-नियंत्रित पूर्वी प्रांत में उसके कुछ अंतिम गढ़ों पर भारी गोलाबारी की. इस गोलाबारी के दायरे में एक शहर भी शामिल था और अधिकारियों का कहना है कि युद्ध शुरू होने के बाद से वहां 1500 लोग मारे गए हैं और 60 प्रतिशत आवासीय भवन नष्ट हो गए हैं. यूक्रेन के विदेश मंत्री ने चेतावनी दी कि विदेशी हथियारों की नई खेप के बिना, यूक्रेनी सेना (Ukrainian Army) रूस को सिविएरोदोनेत्सक और पास के लिस्चांस्क पर कब्जा करने से नहीं रोक पाएगी. ये इलाके यूक्रेन के समूचे औद्योगिक क्षेत्र डोनबास पर कब्जा करने के रूसी लक्ष्य के लिए महत्वपूर्ण हैं.
इस क्षेत्र को बनाने वाले दो प्रांतों में से एक लुहान्स्क में यूक्रेनी नियंत्रण के तहत आने वाले ये शहर अंतिम क्षेत्र हैं. रूसी सेना ने धीमी लेकिन लगातार प्रगति की है क्योंकि उन्होंने बमबारी की और लिस्चांस्क और सिविएरोदोनेत्सक दोनों को घेरने की कोशिश की.
‘रूसी लगातार हमले कर रहे हैं’
क्षेत्रीय गवर्नर सेरही हैदाई ने शुक्रवार को एक टेलीग्राम पोस्ट में लिखा, “रूसी रिहायशी इलाकों में लगातार हमले कर रहे हैं. सिविएरोदोनेत्सक के निवासी भूल गए हैं कि आखिरी बार शहर में कम से कम आधे घंटे के लिए कब सन्नाटा था. रूसी गोलाबारी में बीते 24 घंटों में चार लोगों की मौत हो गई है."
मेयर ऑलेक्ज़ेंडर स्ट्रूक ने गुरुवार देर रात कहा कि रूस द्वारा 24 फरवरी को यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से सिविएरोदोनेत्सक में कम से कम 1500 लोग मारे गए हैं. उन्होंने कहा कि लगभग 12,000 से 13,000 लोग अब भी शहर में हैं जबकि युद्ध से पहले यहां की आबादी एक लाख के करीब थी. उन्होंने बताया कि हमलों में शहर के 60 प्रतिशत आवासीय भवन नष्ट हो गए हैं. डोनबास क्षेत्र के दूसरे प्रांस डोनेत्सक में रूस समर्थित अलवागवादियों ने रेलवे के प्रमुख केंद्र लाइमन पर नियंत्रण का दावा किया. यह यूक्रेन के नियंत्रण वाले दो प्रमुख शहरों के उत्तर में है. यूक्रेनी अधिकारियों की तरफ से हालांकि इसे लेकर अभी कोई पुष्टि नहीं आई है.
'हमें भारी हथियार चाहिए’
इस बीच यूक्रेन के विदेश मंत्री ने रूसी बलों को पीछे हटाने के लिए पश्चिमी देशों (Western Countries) से भारी हथियार (weapons) देने की गुहार लगाई है. विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा ने गुरुवार रात एक वीडियो ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा, ''हमें भारी हथियार चाहिए. रूस केवल भारी हथियारों के मामले में हमसे बेहतर है. तोपों और रॉकेट लांचर प्रणालियों के बिना हम उन्हें पीछे नहीं हटा पाएंगे.'' कुलेबा ने कहा कि देश के पूर्वी हिस्से में हालात गंभीर हैं, जहां रूसी बलों (Russian Forces) के हमले बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा, ''मुझे लगता है कि लोग जितना बता रहे हैं, हालात उससे भी अधिक बदतर हैं. हमें हथियार चाहिये. यदि आप सचमुच यूक्रेन की फिक्र करते हैं, तो हमें हथियार मुहैया कराइए.''
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