मॉस्को: कश्मीर के मुद्दे पर एक बार फिर पाकिस्तान को निराशा हाथ लगी है. दरअसल रशिया ने रूसी मीडिया में आई उस खबर को खारिज किया है, जिसमें कश्मीर को एक और फलस्तीन बनने की ओर अग्रसर करार दिया गया है. साथ ही रूस ने अपने उस रुख को दोहराया है कि ये भारत और पाकिस्तान के बीच का द्विपक्षीय मुद्दा है. यह बयान ऐसे समय में आया है जब इमरान खान की रूस यात्रा पर जाने की उम्मीद है.


रूस की यह प्रतिक्रिया 'रेडफिश' डिजिटल मीडिया मंच द्वारा कश्मीर पर बने एक नए वृत्तचित्र का ट्रेलर जारी करने के कुछ दिनों बाद यह प्रतिक्रिया सामने आई है, जिसमें इस तरह के आरोप लगाए गए हैं. 


रूस ने स्पष्ट किया अपना रुख 
रेडफिश मीडिया को ट्विटर पर ‘रूसी सरकार से संबद्ध मीडिया’ के तौर पर दर्शाया गया है. रूसी दूतावास ने एक बयान में कहा, ''कश्मीर के मुद्दे और द्विपक्षीय विवादों में रूस के हस्तक्षेप नहीं करने के सिद्धांत को लेकर उसके आधिकारिक रुख में कोई बदलाव नहीं आया है.''


बयान में कहा गया कि इस मुद्दे का समाधान केवल भारत और पाकिस्तान द्वारा निकाला जाना चाहिए. दूतावास ने यह भी कहा कि चैनल द्वारा ट्विटर पर खुद को ‘रूस की सरकार से संबद्ध मीडिया'' के तौर पर दर्शाये जाने से वह स्वत: सरकार समर्थित नहीं हो जाता है.


 रूस के दौरे पर जा सकते हैं इमरान खान 
रूस का यह बयान इसलिए और महत्वपूर्ण हो जाता है कि क्योंकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के इस महीने के अंत में रूस की महत्वपूर्ण यात्रा पर जाने की उम्मीद है, जो दो दशकों में किसी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री की पहली मॉस्को यात्रा होगी. ‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ ने राजनयिक सूत्रों के हवाले से बताया कि खान के 23 से 26 फरवरी के बीच रूस जाने की उम्मीद है.


रिपोर्ट में कहा गया है कि सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने खान की रूस की यात्रा संबंधी खबर की पुष्टि करने से परहेज करते हुए कहा कि इसके लिए विदेश मंत्रालय से संपर्क किया जाना चाहिए. इस बीच, राजनयिक सूत्रों ने पुष्टि की है कि तारीखों को अंतिम रूप दे दिया गया है और अगर आखिरी मिनट में कोई बदलाव नहीं होता है तो खान तथा राष्ट्रपति पुतिन फरवरी के आखिरी सप्ताह में मिलेंगे.


यह भी पढ़ें: 


इन चट्टानों से क्यों है Kim Jong Un को इतनी 'नफरत' ? लगातार दाग रहे हैं मिसाइलें


Truckers Protest in Ottowa: कनाडा की राजधानी में आपातकाल लागू, हजारों ट्रक ड्राइवर सड़कों पर हैं जमा