रूस की मीडिया पर गंभीर सवाल: सूट में छुपे एक्टर को क्यों बताया रोबोट
रोबोट से जुड़ी ये ख़बर रशिया- 24 नाम के एक चैनल पर दिखाई गई थी. चैनल यूथ फोरम की कवरेज कर रहा था और इस दौरान चैनल ने इसके कसीदे पढ़ते हुए बताया "बोरिस नाम के इस रोबोट ने डांस करना सीख लिया और ये उतना भी बुरा नहीं है." लेकिन ऐसी तकनीक पर निगाहें जमाए रखने वाले ब्लॉगर्स को इस मामले पर शक हुआ.
मास्को: रूस से एक अद्भुत मामला सामने आया है जो तकनीक के क्षेत्र में सर्वोत्तम माने जाने वाले इस देश पर बड़ा सवाल खड़ा करता है. सवाल ये है कि इस देश में क्या सच है और क्या प्रोपगैंडा? ताज़ा मामले में पता चला है कि रूस के सरकारी टेलिविजन ने जिसे एक हाइटेक रोबोट बताया था वो रोबोट सूट के अंदर छुपा हुआ एक एक्टर निकला.
ये ख़बर रशिया- 24 नाम के एक चैनल पर दिखाई गई थी. चैनल यूथ फोरम की कवरेज कर रहा था और इस दौरान चैनल ने इसके कसीदे पढ़ते हुए बताया "बोरिस नाम के इस रोबोट ने डांस करना सीख लिया और ये उतना भी बुरा नहीं है." लेकिन ऐसी तकनीक पर निगाहें जमाए रखने वाले ब्लॉगर्स को इस मामले पर शक हुआ.
रूस वेबसाइट टी-जर्नल ने इस रोबोट के प्रदर्शन पर सवाल खड़े किए और पूछा: बोरिस के बाहरी सेंसर कहां हैं? डांस करने के दौरान रोबोट ने कई "गैरज़रूरी" मूव्स क्यों दिखाए? रोबोट ऐसा क्यों दिखाई दे रहा था जैसे ये एक सूट हो जिसके भीतर एक आदमी आसानी से समा सकता है?
На молодежном форуме в Ярославле чувака нарядили в «робота Бориса». Танцевать его уже научили.
Вот это прорыв. Вот это я понимаю.. pic.twitter.com/mIo07Wvmjp — Советский! (@Soviet_flag) December 12, 2018
बाद में सोशल मीडिया पर इस रोबोट की जो तस्वीरें पोस्ट की गईं उनमें इस सूट के भीतर छुपे आदमी की नेकलाइन साफ नज़र आ रही थी. फिर पता चला कि बोरिस "आल्यशा रोबोट" सूट है जिसे शो रोबोट नाम की एक कंपनी ने बनाया है. इस सूट की कीमत 2,71,821 रुपए बताई जा रही है.
इस सूट में एक माइक्रोफोन और टैबलेट डिस्प्ले लगा है जिससे ये भ्रम असलियत जैसा लगता है कि आपके सामने एक रोबोट खड़ा है. एमकेबीएच मीडिया नाम की एक वेबसाइट पर इसकी तस्वीरें पोस्ट की गईं. ये बेवसाइट रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विरोधी नेता मिखाइल खोदोरोवस्की की है.
वेबसाइट पर पोस्ट की गई तस्वीर में सूट के भीतर एक एक्टर नज़र आया. तस्वीर बीते मंगलवार को हुए आयोजन के पहले ली गई थी. हालांकि, वेबसाइट ने ये भी लिखा कि आयोजकों ने कभी भी इसे एक असली रोबोट बताने की कोशिश नहीं की. ये बात रूस की मीडिया और ख़ासकर रशिया- 24 पर बड़े सवाल खड़े करती है.
हालांकि, सवाल ये भी है कि चैनल से ये ग़लती से हुआ है या ये जानबूझकर किया गया है. ये ख़बर ब्रिटेन की मीडिया द गार्डियन ने छापी है जिसने जानकारी दी है कि चैनल के यूट्यूब प्लेटफॉर्म से ये वीडिया पहले तो गायब हो गया था, लेकिन बाद में फिर से वापस आ गया.
ये भी देखें
देखिए देश-दुनिया की बड़ी और वायरल खबरें