Russia-Ukraine war: लंदन और न्यूयॉर्क पर बढ़ा परमाणु हमले का खतरा, रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच किसने कर दी हमले की मांग
Russia-Ukraine war: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहा युद्ध अब खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है. रूसी धरती पर यूक्रेन के कब्जे के बाद अब परमाणु युद्ध का खतरा बढ़ गया है.
Russia-Ukraine war: करीब दो साल से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध में नया मोड़ आ गया है. यूक्रेन की सेना ने रूस के अंदर 10 किमी तक घुसपैठ कर ली है और 1000 किमी के क्षेत्र में कब्जा जमा लिया है. ऐसे में रूस और यूक्रेन का युद्ध अब अधिक विनाशकारी होता जा रहा है. दूसरे युद्ध के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि दुश्मन ने रूस की धरती पर कब्जा किया है. यूक्रेनी कब्जे के बाद रूस की सेना अब दबाव में आ गई है और पलटवार कर रही है. इस बीच रूस से मांग उठ रही है कि ब्रिटेन के लंदन शहर और अमेरिका के न्यूयॉर्क पर परमाणु हमला कर दिया जाए. रूसी रक्षा विशेषज्ञ स्टानिस्लाव क्रापिवनिक ने कहा है कि यूक्रेन का जवाब लंदन और न्यूयॉर्क जैसे शहरों पर परमाणु हमला करके देना चाहिए.
दरअसल, अमेरिकी सेना में स्टानिस्लाव क्रापिवनिक अधिकारी रह चुके हैं और मौजूदा समय में वे रूसी रक्षा विशेषज्ञ हैं. हाल ही में एक मीडिया कार्यक्रम के दौरान क्रापिवनिक ने कहा कि अमेरिका रूस का दुश्मन है और रूसी नागिरकों को नष्ट करना चाहता है. उन्होंने कहा कि, 'अमेरिकी लोग मनुष्य नहीं बल्कि जानवर हैं.' उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब फरवरी 2022 से चल रहा रूस-यूक्रेन युद्ध खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है. इस युद्ध की वजह से यूरोप में दूसरे विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा शरणार्थी संकट शुरू हो गया है. रूस को जवाब देने के लिए अमेरिका और ब्रिटेन समेत पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को अरबों डॉलर के हथियार दिए हैं.
लाशों का पहाड़ बनाने की सिफारिश
यूक्रेन ने पश्चिमी हथियारों के बल पर रूस के 1000 किमी क्षेत्र पर कब्जा कर लिया है. इससे रूस भड़क गया है और बड़े एक्शन के प्लान में है. रूसी रक्षा विशेषज्ञ क्रापिवनिक ने कहा, 'यदि हम इस युद्ध को खत्म करना चाहते हैं तो हमें यूक्रेन की पूरी सेना को खत्म करना होगा. उन्होंने कहा, यूक्रेनी सेना को हराने से काम नहीं चलेगा बल्कि उन्हें पूरी तरह से नष्ट करना होगा. यूक्रेन के सैनिकों को बंदी नहीं बनाना चाहिए, बल्कि लाशें बिछानी चाहिए और लाशों का पहाड़ बना देना चाहिए.' रक्षा विशेषज्ञ ने कहा कि रूस पहले से नाटो देशों के साथ युद्ध में है. इन्हें एक विकल्प देना चाहिए या इनपर परमाणु हमला करना चाहिए. क्रापिवनिक इस बयान से पहले 6 अगस्त को यूक्रेन की सेना ने रूस के कुर्स्क में हमला कर दिया था और एक बड़े क्षेत्र पर कब्जा जमा लिया.
रूस के परमाणु ऊर्जा केंद्र पर खतरा
दरअसल, कुर्स्क ही वह इलाका हैं, जहां पर रूस का परमाणु ऊर्जा केंद्र है. कुर्स्क परमाणु ऊर्जा केंद्र से रूस बड़े पैमाने पर बिजली उत्पादन करता है. रूस के विदेश मंत्रालय ने शनिवार को कहा था कि यूक्रेन रूस के परमाणु ऊर्जा केंद्र पर हमले की तैयारी में है. क्रापिवनिक ने भी इस बयान को दोहराते हुए कहा यह हमला परमाणु सामग्री के साथ किया गया हमला है. यह सीधे उकसावे की कार्रवाई है, इसने रणनीतिक परमाणु बम की सीमा को पार कर लिया है. इसके जवाब में अमेरिका और ब्रिटेन के शहरों को मिटाना होगा, क्योंकि ये देश यूक्रेन के युद्ध सामग्री दे रहे हैं. परमाणु बम की बात करें तो रूस दुनिया की सबसे बड़ी परमाणु ताकत है. रूस के पास 5,580 परमाणु बम और अमेरिका के पास 5,044 परमाणु बम हैं.
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