Belt And Road Forum: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन चीन में अपने समकक्ष शी जिनपिंग से मिलने के लिए मंगलवार को चीन पहुंचे है. चीन इस सप्ताह बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव परियोजना के लिए 130 देशों के प्रतिनिधियों को अपने यहां बुला रहा है. चीन ऐसे समारोह के जरिए अपना वैश्विक प्रभाव को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है. 


चीन की निमंत्रण सूची में पुतिन का नाम सबसे ऊपर है. यूक्रेन पर हमले के बाद रूसी शासन को अंतरराष्ट्रीय अलगाव में डालने के बाद रूसी नेता किसी प्रमुख वैश्विक शक्ति की अपनी पहली यात्रा पर हैं.


क्रेमलिन ने जारी दी कि रूसी राष्ट्रपति बुधवार को शी जिनपिंग से मिलने वाले हैं. क्रेमलिन ने बताया कि मुलाकात के दौरान दोनों नेता अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर बात करेंगे. एएफपी ने बताया है कि रूस और चीन के नेता पहले से मजबूत सबंधों को और मजबूत करने पर जोर डालेंगे. 


एएफपी ने कार्नेगी रूस यूरेशिया सेंटर के निदेशक अलेक्जेंडर गैब्यूव से बातचीत की है. उन्होंने कहा, "रूस जानता है कि चीन किसी ऐसे समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करना चाहता जो दुनिया का ध्यान खींचे." वे कहते हैं, ‘चीन के पास हर तरह के दांव हैं.’


इजरायल-हमास युद्ध पर चीन और रूस का रूख?


मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि बुधवार को पुतिन और शी जिनपिंग के बीच इजरायल-हमास मुद्दे पर भी चर्चा की जा सकती है. चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने रविवार (15 अक्टूबर) को इजरायल की ओर से गाजा में किए जा रहे हमलों को लेकर आपत्ति जाहिर की थी. 


वांग यी ने सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान से कहा था कि गाजा पर इसराइली हमले अब "आत्मरक्षा के दायरे से परे" हो गए हैं. इजरायली सरकार को अब गाजा के लोगों को सामूहिक सजा देना बंद कर देना चाहिए.


रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इजरायल-हमास युद्ध को लेकर कहा था कि इजरायल बड़े पैमाने पर और काफी क्रूर तरीकों से जवाब दे रहा हैय


पुतिन ने कहा, "मेरे नजरिए से ये अस्वीकार्य है. वहां (गाजा) 20 लाख से ज्यादा लोग रहते हैं. ये सभी लोग हमास का समर्थन नहीं करते हैं, मगर महिलाएं, बच्चे सब को भुगतना पड़ रहा है."


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