Vladimir Putin News: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ब्लैक सी के किनारे अपना सपनों का महल बनवाया हुआ है. इसकी कीमत एक अरब पाउंड यानी 10,000 करोड़ बताई जाती है. इन दिनों पुतिन के इस सपनों के महल के आग में जलकर खाक होने का खतरा मंडरा रहा है. ब्लैक सी के किनारे मौजूद इस घर के पास के जंगलों में भीषण आग लग गई है, जिसे बुझाने के लिए दमकलकर्मी लगे हुए हैं.
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, आग बुझाने के लिए काम जारी है. माना जा रहा है कि किसी ने जानबूझकर यहां आग लगाई थी. आग की वजह से गेलेंदजिक नाम का एक शहर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है. इसी कस्बे में पुतिन का महल मौजूद है. यही वजह है कि उसे बचान के लिए एमआई-8 हेलिकॉप्टर्स, लड़ाकू विमान और 100 से ज्यादा गाड़ियों को लगाया गया है. जहां आग लगी है, उस जगह से कुछ मील दूर पर ही महल है.
किन खूबियों से लैस है पुतिन का महल?
रूसी राष्ट्रपति का महल गेलेंदजिक शहर में मौजूद है, इसलिए इसका नाम 'गेलेंदजिक पैलेस' है. इस महल में न्यूक्लियर बंकर, कैसिनो, अंडरग्राउंड आईस रिंक और एक इंटरटेनमेंट रूम मौजूद हैं. गेलेंदजिक पैलेस को पुतिन का सीक्रेट ठिकाना माना जाता है. ये रूसी राष्ट्रपति का निजी घर भी है. कहा जाता है कि इसे बनाने के लिए देश के पैसे का इस्तेमाल किया गया. गेलेंदजिक पैलेस रूस की सबसे ज्यादा निगरानी वाली जगह है.
पैलेस के आसपास करीब 17000 एकड़ की जमीन का मालिकाना हक रूस की खुफिया एजेंसी 'एफएसबी सिक्योरिटी सर्विस' के पास है. इस पूरे इलाके को नो-फ्लाई जोन घोषित किया गया है. समुद्र के किनारे होने की वजह से यह जगह नो-बोट जोन भी है. आसान भाषा में कहें, तो महल के आसपास न तो आसमान में कोई चीज उड़ाई जा सकती है और न ही समुद्र में नाव चलाए जा सकते हैं.
गेलेंदजिक पैलेस में हेलिकॉप्टर पैड्स बनाए गए हैं, ताकि यहां तक पुतिन को तुरंत लाया जा सके. इसके अलावा पास में ही रेलवे लाइन हैं, जिसके जरिए भी पुतिन महल तक आ सकते हैं. कहा जाता है कि महल के भीतर 16 मंजिला अंडरग्राउंड कॉम्पलैक्स है, जिसमें न्यूक्लियर बंकर भी मौजूद है. महल को तैयार करने वाले एक इंजीनियर ने बताया था कि इसे खासतौर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए ही बनाया गया था.
तेजी से फैल रही आग
दरअसल, गेलेंजदिक शहर के एक तरफ से पहाड़ों और जंगलों से घिरा हुआ है. इन दिनों गेलेंजदिक शहर के आसपास तेज हवाएं चल रही हैं. इस वजह से जंगलों में लगी आग तेजी से फैल रही है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो 40 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जिस पर आरोप है कि उसने ही जानबूझकर जंगलों में आग लगाई है. हालांकि, इन सबके बीच आग बुझाने पर सबसे ज्यादा फोकस किया जा रहा है.