Vladimir Putin about his Rule : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी 25 साल के सत्ता में रूस को "खाई के किनारे" से बाहर निकालने का दावा किया है. गुरुवार (19 दिसंबर) को एक साल के समापन सम्मेलन में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शामिल हुए. इस दौरान पुतिन ने कहा कि 1991 से 1999 तक रूस के राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन को दुनिया ने तब तक अच्छा स्वीकार किया जब तक उन्होंने दूसरों के हितों को नुकसान नहीं पहुंचाया.
BBC के पत्रकार स्टीव रोसेनबर्ग ने प्रेस कॉन्फेंस के दौरान राष्ट्रपति पुतिन से पूछा कि क्या उन्होंने रूस की रक्षा की. इस सवाल के जवाब में पुतिन ने कहा, “मैंने रूस की सिर्फ रक्षा नहीं की. मुझे लगता है कि हम खाई के किनारे से वापस खींचकर लाए हैं. क्योंकि रूस के साथ जो कुछ हो रहा था, वह हमें पूरी तरह से अपनी संप्रभुता खोने की ओर लेकर जा रहा था और बिना संप्रभुता के रूस स्वतंत्र राज्य के रूप में नहीं रह सकता.”
पुतिन ने कहा, “पश्चिमी नेताओं ने येल्तसिन की पीछ थपथपाई थी, लेकिन जब येल्तसिन ने युगोस्लाविया के समर्थन में बात की और बेलग्रेड पर हमले के खिलाफ अपनी राय रखी, तो पश्चिमी देशों ने उनकी आलोचना की और उनका समर्थन छोड़ दिया.
पुतिन ने यह भी कहा कि उन्होंने रूस को एक स्वतंत्र और संप्रभुत्व राज्य बनाने के लिए पूरा प्रयास किया, जो कि अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा कर सके. पुतिन का मानना है कि रूस के लिए संप्रभुता सबसे महत्वपूर्ण है और इसे बनाए रखने के लिए उन्होंने कई आवश्यक कदम उठाए हैं.
रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर क्या बोले पुतिन?
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राष्ट्रपति पुतिन ने यह भी कहा कि मॉस्को को यूक्रेन पर पूरी ताकत से हमला पहले शुरू करना चाहिए था और युद्ध के लिए बेहतर तैयारियां करनी चाहिए थीं. पुतिन का यह बयान रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर उसकी स्थिति और रूस की तैयारी को लेकर उनके नजरिए को दिखाता है. इस दौरान पुतिन ने रूस की शक्तिशाली सुनिश्चित करने और देश की संप्रभुता को बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता को भी दोहराया.
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