'हमें लड़ने के लिए फेंक दिया गया था', रूस की प्राइवेट आर्मी से भागा पूर्व कमांडर, नॉर्वे से मांगी शरण
मेदवेदेव ने ओसेच्किन के साथ इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने रूसी शहर निकेल के पास की सीमा पार की थी. पूर्व कमांडर ने कहा कि सीमा पर करने के बाद उसे एक घर मिला.
Former Wagner Commander Flees to Norway: नॉर्वे की पुलिस और एक रूसी एक्टिविस्ट के अनुसार, रूस की वैगनर प्राइवेट आर्मी में एक पूर्व कमांडर नॉर्वे भाग गया है और उस देश की आर्कटिक सीमा पार करने के बाद शरण मांग रहा है. रूसी एक्टिविस्ट के साथ एक इंटरव्यू में आंद्रेई मेदवेदेव (पूर्व कमांडर) ने कहा कि वैगनर के साथ अपनी सर्विस को दोबारा शुरू करने से उसने इनकार कर दिया था और उसे मौत का डर सता रहा था. उसने कहा, "हम तोप के चारे की तरह लड़ने के लिए फेंक दिए गए थे."
नॉर्वे की पुलिस सुरक्षा सेवा के एक प्रवक्ता ने सीएनएन से सोमवार को पुष्टि की कि मेदवेदेव नॉर्वे में हैं और शरण मांग रहे हैं. मेदवेदेव ने ओसेच्किन के साथ इंटरव्यू में कहा कि उन्होंने रूसी शहर निकेल के पास की सीमा पार की थी. पूर्व कमांडर ने कहा कि सीमा पर करने के बाद उसे एक घर मिला.
'मैंने उन्हें सब कुछ समझाया'
पूर्व कमांडर ने बताया, "मैंने एक स्थानीय महिला को टूटी-फूटी अंग्रेजी में अपनी स्थिति के बारे में बताया और मदद मांगी... जब मैं सड़क पर था, सीमा बल और पुलिस ने मुझसे संपर्क किया. मुझे एक विभाग में ले जाया गया, जहां मुझसे पूछताछ की गई और अवैध रूप से क्रॉसिंग करने का आरोप लगाया गया. मैंने उन्हें सब कुछ समझाया और उन्हें बताया कि मैंने ऐसा क्यों किया."
वैगनर के प्रमुख ने क्या कहा?
वैगनर के प्रमुख प्रिगोझिन ने सोमवार को टेलीग्राम पर पुष्टि की कि मेदवेदेव ने उनकी कंपनी में सर्विस की थी और कहा कि "कैदियों के साथ दुर्व्यवहार करने के प्रयास के लिए उन पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए था."
'मैंने यूक्रेन में कोई अपराध नहीं किया'
मेदवेदेव ने दिसंबर के महीने में भी ओसेच्किन के साथ बाचतीच की थी, जिसे यूट्यूब पर अपलोड किया गया था. उस दौरान भी मेदवेदेव ने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने यूक्रेन में कोई अपराध किया है. उन्होंने कहा, "मैंने 6 जुलाई 2022 को वैगनर के साथ एक कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए. मुझे 7वीं हमले की टुकड़ी के 4 प्लाटून के पहले दस्ते का कमांडर नियुक्त किया गया था. जब कैदी आने लगे वैगनर में स्थिति वास्तव में बदल गई. उन्होंने हमारे साथ इंसानों जैसा व्यवहार करना बंद कर दिया. हमें तोप के चारे की तरह लड़ने के लिए फेंक दिया गया था."
'वैगनर ग्रुप दोनों को मारता है'
ओसेच्किन ने कहा कि उन्होंने मेदवेदेव को खाने का सामान, कपड़े और एक टेलीफोन देकर मदद की थी. उसने कहा, "हम वैगनर ग्रुप में उनकी भागीदारी के संबंध में उनके कार्यों को सही ठहराने की कोशिश नहीं कर रहे हैं, लेकिन यह समझा जाना चाहिए कि उन्होंने वैगनर ग्रुप से भागने का फैसला किया, जो रूसी और यूक्रेनियन दोनों को मारता है.
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