Russia On Nazi Row: कनाडा की संसद 'हाउस ऑफ कॉमन्स' में एक पूर्व नाजी सैनिक का सम्मान करने पर बवाल बढ़ता जा रहा है. अब रूस ने इस घटना पर अपनी नाराजगी जाहिर की है. क्रेमलिन ने कहा कि पिछले हफ्ते कनाडाई संसद में सम्मानित किए गए यूक्रेनी नाजी को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए. इससे पहले पोलैंड ने भी पूर्व नाजी सैनिक के प्रत्यर्पण की मांग की है. 


क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि कनाडाई अधिकारियों का कर्तव्य बनता है कि इस अपराधी को न्याय के कटघरे में लाया जाए या फिर जो लोग न्याय के कटघरे में लाना चाहते हैं, उन्हें प्रत्यर्पित किया जाए. गौरतलब है कि इससे पहले सदन के स्पीकर एंथनी रोटा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी इस घटना को शर्मनाक बताते हुए निंदा की है. 


ट्रूडो को भी करनी पड़ी आलोचना 


ट्रूडो ने कहा है कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजियों के लिए कथित तौर पर लड़ने वाले यूक्रेन के एक पूर्व सैनिक का कीव के नेता की यात्रा के दौरान खड़े होकर अभिवादन करना शर्मनाक और असहनीय है. इस तरह की घटना को स्वीकार्य नहीं किया जा सकता है.


यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की पिछले हफ्ते कनाडा में थे. जहां संसद में उन्होंने भाषण दिया. इस दौरान द्वितीय विश्व युद्ध का हिस्सा रहे एक पूर्व सैनिक यारोस्लोव हुंका को यूक्रेनी नायक के तौर पर सम्मानित किया गया. इस दौरान कनाडा के सभी सांसदों ने हुंका का खड़े होकर अभिवादन किया. 


इस बात पर मचा हंगामा 


दरअसल, सदन में हुंका को सम्मानित किए जाने के बाद पता चला कि उन्होंने हिटलर की नाजी सेना में भी अपने सेवाएं दी थीं. जैसे ही यह जानकारी सामने आई तो हंगामा खड़ा हो गया. सबसे ज्यादा आलोचना सदन के स्पीकर एंथनी रोटा की हुई, जिन्होंने हुंका का परिचय देते हुए उन्हें 'यूक्रेनी हीरो' और 'कनाडाई हीरो' जैसे शब्द से नवाजा था. हुंका का बैकग्राउंड ऐसे वक्त में सामने आया है, जब आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के कारण कनाडा और भारत के रिश्तों में तनाव चरम पर है. 


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