पूरी दुनिया की नज़र इस वक्त कई महीनों से चल रही रूस और यूक्रेन युद्ध पर है. हर बीतते दिन के साथ इन दो देशों के बीच जारी युद्ध भयावह होती जा रही है. युद्ध को रोकने का रास्ता न बातचीत से निकल रही है न ही अंतरराष्ट्रीय दखल से ही. दोनों ही देश एक-दूसरे पर युद्ध को बढ़ाने का आरोप लगा रहे हैं. इसी क्रम में अब रूस ने यूक्रेन पर अपनी ही धरती पर रेडियोएक्टिव डर्टी बम विस्फोट करने की योजना बनाने का आरोप लगाया है.


रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने रविवार को नाटो देशों के साथ यूक्रेन युद्ध में "तेजी से बिगड़ती स्थिति" पर चर्चा की और इसी दौरान उन्होंने युक्रेन पर  रेडियोएक्टिव डर्टी बम विस्फोट करने की योजना बनाने का आरोप लगाया. हालांकि अपनी बात को साबित करने के लिए उनके पास कोई ठोस सबूत नहीं थे.


रूस के रक्षा मंत्री ने क्या कहा


शोइगु ने कहा कि यूक्रेन रेडियोएक्टिव डर्टी बम विस्फोट कर दोनों देशों के बीच संघर्ष को बढ़ा सकता है. यूक्रेन अपनी धरती पर यह बम गिरा कर रूस को अतंरराष्ट्रीय मंचों पर बदनाम करने की कोशिश करेगा. डर्टी बम एक परमाणु बम जैसा होता है, क्योंकि इसके फटने से भी रेडियोएक्टिव कचरा निकलता है. इसका विस्फोट परमाणु बम कि तरह विनाशकारी नहीं होता, लेकिन इससे बड़े पैमाने पर रेडिएशन फैलता है.''


रूस के दावे पर ज़ेलेंस्की का पलटवार


यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने अपने रात के वीडियो संदेश में रूस के आरोपों को खारिज करते हुए पलटवार किया. जेलेंस्की ने कहा,''अगर कोई यूरोप के इस हिस्से में परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर सकता है तो वह सिर्फ एक देश है. यूक्रेन NPT का समर्थक है और वह परमाणु बम नहीं बनाना चाहता. रूस हमेशा दूसरों पर उन चीजों का आरोप लगाता है, जिसकी प्लानिंग वे कर रहे होते हैं.'


क्या परमाणु हथियार का इस्तेमाल करेगा रूस?


रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष का कोई अंत नहीं दिख रहा है. ऐसे में सवाल है कि क्या रूस परमाणु बम का इस्तेमाल कर सकता है.  रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) कई मंचों से यूक्रेन पर परमाणु हथियारों के इस्तेमाल करने की ओर इशारा कर चुके हैं, जिसके बाद से रूस के परमाणु हथियार (Nuclear Weapon) के इस्तेमाल की संभावना जोर पकड़ती जा रही है. 


अगर रूस ऐसा करता है तो ये विनाशकारी कदम होगा. परमाणु हथियारों को बड़े पैमाने पर तबाही का जरिया माना जाता है क्‍योंकि इनसे पैदा रेडियोएक्टिव प्रभाव आने वाली कई पीढ़‍ियों के लिए खतरनाक होता है. बता दें कि अभी तक सिर्फ दो बार ही परमाणु हथियारों का प्रयोग हुआ है. सन् 1945 में अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु बम गिराया था. द्वितीय विश्‍व युद्ध के दौरान हुई इस घटना को आज भी याद रखा गया है. अब पुतिन, परमाणु हथियारों का प्रयोग करेंगे या नहीं, यह तो आने वाला समय ही बताएगा.


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