Sergei Lavrov: रूस के विदेश मंत्रालय ने सोमवार (14 नवंबर) को दावा किया कि इंडोनेशिया में विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव को बीमार होने पर अस्पताल ले जाने की मीडिया रिपोर्ट फर्जी थी. रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा, "बेशक, यह बनावटीपन की चरम सीमा है."
दरअसल एसोसिएटेड प्रेस ने सोमवार (14 नवंबर) को ही कहा था कि रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव बाली में G-20 शिखर सम्मेलन में अपने समूह के साथ पहुंचे. इसके बाद उन्हें स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित होने के बाद अस्पताल ले जाया गया है, साथ में ये भी मेंशन किया कि इस खबर की इंडोनेशियाई अधिकारियों ने पुष्टि की है.
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने एसोसिएटेड प्रेस की इस झूठी रिपोर्ट को सिरे से खारिज कर दिया था. उन्होंने पश्चिमी पत्रकारों को झूठी रिपोर्टिंग के लिए फटकार भी लगाई.
विदेश मंत्रालय कहा झूठी है खबर
एसोसिएटेड प्रेस ने इंडोनेशियाई अधिकारियों का हवाला देते हुए कहा था कि जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए बाली द्वीप पहुंचने के बाद लावरोव को अस्पताल ले जाया गया था. एपी ने कहा, "72 वर्षीय लावरोव का दिल की बीमारी के लिए इलाज किया गया था, जिस पर रूस की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा, "बेशक, ये फेकरी की चरम सीमा है.
विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने लावरोव के स्वस्थ होने की पुष्टि के लिए उनका एक वीडियो भी पोस्ट किया, जिसमें रूस के विदेश मंत्री बाहर आंगन में शॉर्ट्स और टी-शर्ट पहने बैठे हैं और कुछ पढ़ रहे हैं. सर्गेई लावरोव 2004 से राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के शासन में विदेश मंत्री हैं.
पश्चिमी पत्रकार एक दशक से झूठा लिख रहे हैं
जब हेल्थ रिपोर्ट के बारे में लावरोव से पूछा गया तो उन्होंने कहा, "पश्चिमी पत्रकार एक दशक से झूठा लिख रहे हैं." लावरोव ने कहा, "यह एक तरह का खेल है जो राजनीति में नया नहीं है. पश्चिमी पत्रकारों को और अधिक सच्चा होने की जरूरत है. उन्हें सच लिखने की जरूरत है. पश्चिमी मीडिया नियमित रूप से घटनाओं का थोड़ा सा दृष्टिकोण लेता है और रूस के दृष्टिकोण को नजरअंदाज करता है.
वहीं बाली के गवर्नर आई वेयन कोस्टर ने अपनी तरफ से सफाई देते हुए कहा, "लावरोव ने अस्पताल का दौरा किया था. उन्होंने जो कहा वह एक चेकअप के बारे मे था और मंत्री का स्वास्थ्य अच्छा है."
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