Israel Hamas War: इजरायल हमास युद्ध के बीच दुनिया के लगभग सभी बड़े देशों ने अपनी प्रतिक्रिया दर्ज कराई. मगर रूस ने इस युद्ध को लेकर कोई बयान नहीं दिया था, इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि रूस खुद यूक्रेन के साथ युद्ध में उलझा है इस वजह से वह प्रतिक्रिया देने से बचना चाहेगा, लेकिन अब रूस का बयान सामने आया है. समाचार एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, रूस ने इजरायल हमास युद्ध में अमेरिकी गतिविधियों पर सवाल उठाए हैं. इसके साथ ही रूस ने गाजा और इजरायल में हो रही हिंसा की निंदा की है. हालांकि रूस ने सीधे तौर पर हमास या इजरायल को दोषी नहीं ठहराया है. 


क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, "हमारा मानना है कि (इजरायल-फलस्तीन में) स्थिति का जल्द से जल्द शांतिपूर्ण समाधान होना चाहिए, क्योंकि हिंसा जारी रहने से संघर्ष और भी बढ़ सकती है."


'अमेरिका हालातों को बना रहा जटिल'


रूस ने इजरायल को अमेरिका की ओर से समर्थन दिए जाने को 'विनाशकारी' बताया है. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा, "पश्चिमी देश अदूरदर्शी हैं जो वह इजरायल पर हुए हमले की निंदा तो कर रहे हैं लेकिन फलस्तीनी समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं. उन्हें लगता है इस समस्या को हल किए बिना इजरायल की जीत हो जाएगी" 


सर्गेई लावरोव ने कहा, "मैं खासकर अमेरिका की विनाशकारी नीतियों का जिक्र करना चाहूंगा. अमेरिका मध्यस्थता करने की आड़ में समाधान की कोशिशों को जटिल बन रहा है."


चीन ने क्या कहा?


चीन ने दोनों पक्षों से शांति बहाल करने की अपील की है. चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा, "इजरायल और फलस्तीनियों के बीच संघर्ष को लेकर हम काफी चिंतित हैं. हम दोनों ओर से मारे गए लोगों की मौत से बहुत दुखी हैं. हम आम नागरिकों के खिलाफ हो रही हिंसा का विरोध करते हैं. हमें उम्मीद है हालात जल्द सामान्य होंगे और इलाके में शांति बहाल की जाएगी. अंतरराष्ट्रीय समुदाय को द्विराष्ट्र सिद्धांत पर काम करना चाहिए."


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