रूस के विदेश मंत्री सर्गई लवरोव की खुली धमकी, कहा- यूक्रेन को 'रणभूमि' में देख लेंगे
Ukraine Peace Plan: रूसी विदेश मंत्री ने बताया कि रूस ने इसलिए यूक्रेन के साथ 'काला सागर अनाज पहल' समझौते से किनारा कर लिया क्योंकि वादों को निभाया नहीं गया.
Russia-Ukraine War: रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लवरोव ने यूक्रेन की ओर से किए शांति प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. रूसी विदेश मंत्री संयुक्त राष्ट्र के 78वीं बैठक में हिस्सा लेने के लिए न्यूयॉर्क पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने प्रेस कॉफ्रेंस किया, जिसमें यूक्रेन की ओर से प्रस्तावित शांति पहल को लेकर सवाल पूछा गया.
सर्गेई लवरोव ने कहा कि यूक्रेन की ओर से युद्ध से पहले होने वाले क्षेत्र को वापस पाने का प्रस्ताव को साकार नहीं किया जा सकता है. रूसी मंत्री ने इसके साथ ही यूक्रेन को चेता दिया कि अगर यूक्रेन और उसके सहयोगी देश युद्ध चाहते हैं तो वे कर सकते हैं.
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक, सर्गेई लवरोव की इस टिप्पणी को देखते हुए ऐसा लग रहा है जैसे यूक्रेन-रूस युद्ध सालों तक चलने वाला है. प्रेस कॉफ्रेंस में बोलते हुए रूसी विदेश मंत्री ने यूक्रेन के दस सूत्रीय शांति मसौदे को लेकर बोले कि यह पूरी तरह से लागू नहीं किया जा सकता है.
उन्होंने कहा, "इसे लागू करना पूरी तरह से संभव नहीं है. सब जानते हैं कि शांति मसौदे में कोई वास्तविकता नहीं है. लेकिन वे (यूक्रेन) कहते हैं कि यही बातचीत का एकमात्र जरिया है. इसके साथ ही सर्गेई लवरोव कहते हैं कि अगर यूक्रेन को युद्ध पसंद है तो आइए इसे रणभूमि में तय करें."
प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान रूसी विदेश मंत्री ने एक बार फिर से पश्चिमी देशों को युद्ध के लिए दोषी ठहराया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रूस संयुक्त राष्ट्र की ओर से यूक्रेन को अनाज निर्यात के लिए काला सागर में सुरक्षित गलियारा नहीं देगा, क्योंकि रूस ने काला सागर अनाज पहल समझौते से किनारा कर लिया है.
'काला सागर अनाज पहल' तोड़ने की वजह
काला सागर अनाज पहल (Black Sea Grain Initiative)समझौते के तहत ये करार हुआ था कि रूस अनाजों के निर्यात के लिए यूक्रेन को एक सुरक्षित गलियारा देगा. इस समझौते को तोड़ने की वजह बताते हुए रूसी मंत्री ने कहा, "इस करार को इसलिए तोड़ा गया क्योंकि वादा किया गया था कि यूक्रेन को अनाज निर्यात के लिए गलियारा मुहैया कराने के एवज में रूस के बैंकों पर से पाबंदी हटा ली जाएगी और वैश्विक स्विफ्ट प्रणाली (सोसाइटी फॉर वर्ल्डवाइड इंटरबैंक फाइनेंशियल टेलीकम्युनिकेशन एक मैसेजिंग नेटवर्क) को दोबारा बहाल किया जाएगा.
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