Russia: रूस में मंगलवार को एक भीषण ज्वालामुखी विस्फोट हुआ. यह हादसा सुदूर पूर्वी कामचटका प्रायद्वीप में स्थित शिवलुच ज्वालामुखी में देखने को मिला. विस्फोट मंगलवार को तड़के सुबह हुआ. ज्वालामुखी के फटने से आसमान में कई किलोमीटर तक धुएं का गुबार उठा. इससे हवाई यातायात को खतरा पैदा हो गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ज्वालामुखी फटने का प्रभाव करीब छह घंटों तक रहा. इसे देखते हुए इलाके में अलर्ट जारी किया गया. 


समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, कामचटका वॉलकैनिक इरप्शन रिस्पॉन्स टीम ने विमान सेवाओं के लिए कोड रेड वॉलकैनो ऑब्ज़रवेटरी नोटिस जारी किया है, इसमें कहा गया है यहां किसी भी समय 15 किलोमीटर ऊंचे राख के विस्फोट हो सकते हैं, जो विमानों के लिए खतरनाक हैं. ज्वालामुखी को लेकर चेतावनी जारी की गई कि गर्म लावा की धाराएं सड़क पर आ सकती हैं. 


बताते चलें कि शिवलुच ज्वालामुखी, इस प्रायद्वीप के सबसे सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है. कामचटका ब्रांच के निदेशक दानिला चेब्रोव ने जानकारी दी कि ज्वालामुखी स्थानीय समय के मुताबक सुबह 6:31 बजे फटा. विस्फोट बेहद ही भीषण था. उन्होंने बताया कि ज्वालामुखी के बाद राख का बादल 108,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैल गया और आस-पास के गांवों में काफी राख फैली गई. 






मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस ज्वालामुखी के कारण हजारों लोग प्रभावित हुए हैं. कामचटका क्षेत्र में जहां राख गिरी, वहां 4,000 लोग रहते हैं. भीषण विस्फोट के कारण मंगलवार को कुछ स्कूल बंद रहेंगे. बता दें कि इस ज्वालामुखी की ऊंचाई 3,200 मीटर से अधिक है.


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