रूस ने गिराए 16 यूक्रेनी ड्रोन, सैन्य ठिकानों पर होने वाला था घातक हमला, यूक्रेन क्यों बना रहा क्रीमिया को निशाना?
Russia Ukraine War: साल 2014 में रूस ने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था.अब यूक्रेन इस इलाके को वापस अपने कब्जे में लेना चाहता है.
Crimea Drone Attack: रूस-यूक्रेन जंग लगभग दो सालों से जारी है. इस बीच रूस ने दावा किया है कि उसने क्रिमिया में 16 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया है. जून में शुरू किए गए जवाबी हमले के तहत यूक्रेन ने प्रायद्वीप में और उसके आसपास रूसी सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले बढ़ा दिए हैं.
रूस ने शुक्रवार को कहा कि उसने देश के दक्षिण में और उससे जुड़े क्रीमिया प्रायद्वीप में 16 यूक्रेनी ड्रोन को हवा में तबाह कर दिया. रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा, "गुरुवार की रात रूसी इलाके में हवाई ड्रोन के इस्तेमाल से हमला करने की साजिश की जा रही थी, लेकिन रूस ने यूक्रेन के इस प्रयास को विफल कर दिया है."
रक्षा मंत्रालय ने कहा, "हमारे एयर डिफेंस सिस्टम ने जिन ड्रोन को तबाह किया उसमें से 13 क्रीमिया प्रायद्वीप पर हमला करने वाले थे जबकि तीन वोल्गोग्राड इलाके की ओर से जा रहे थे. "
क्रीमिया को क्यों निशाना बना रहा यूक्रेन?
साल 2014 में रूस ने क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था. अब यूक्रेन इस इलाके को वापस अपने कब्जे में लेना चाहता है. यूक्रेन इस वजह से भी इस इलाके पर हमला करता है क्योंकि रूस ने काला सागर बेड़े को इसी इलाके में तैनात कर रखा है. इस इलाके जरिए ही रूस अपनी सेना के लिए खाद्य या हथियार की आपूर्ति करता है.
रूसी पत्रकार की मौत
यूक्रेन के एक और ड्रोन हमले में रूसी पत्रकार बोरिस मक्सूदोव की मौत हो गई. उनकी मौत के बाद रूस के सरकारी मीडिया एजेंसी रौसिया सेगोदनिया के सीईओ ने उन्हें शहीद बताया है. उन्होंने कहा, "बोरिस मक्सूदोव ने दिलेर की तरह मौत को गले लगाया है."
इससे पहले मई के महीने में समाचार एजेंसी एएफपी के वीडियो जर्नलिस्ट अरमान सोल्दिन भी बख्मूत में मारे गए थे. कमिटी टू प्रोटेक्ट जर्नलिस्ट के मुताबिक यूक्रेन भी कई पत्रकार मारे गए हैं. जंग की शुरुआत से अब तक करीब 15 पत्रकारों की मौत हुई है.
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