Russia Ukraine War: पाकिस्तान से मांगा हथियार, भारत को सप्लाई रोकी, जाने क्यों रूस ने लिया ये फैसला
Russia Stopped Supply Of Arms: रूस पिछले तीन सालों से यूक्रेन से जंग लड़ रहा है.रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि उसके पास हथियारों की कमी हो गई है जिकी वजह से बेचे गए हथियार वापस मांग रहा है.
Russia Ukraine War Update: यूक्रेन से जंग लड़ रहे दुनिया के दूसरे सुपर पावर रूस के पास हथियारों की कमी के दावे किए जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि रूस ने पाकिस्तान को बेचे अपने हथियार वापस मांगे हैं. इसके साथ ही भारत को भी हथियारों की सप्लाई बंद कर दी है. वॉल स्ट्रीट जर्नल के हवाले से बीबीसी की एक रिपोर्ट की मानें तो रूस ने पाकिस्तान, मिस्र, ब्राज़ील और बेलारूस को बेचे लड़ाकू और मालवाहक हेलिकॉप्टरों के इंजन वापस मांग रहा है.
हथियारों का दूसरा सबसे बड़ा कारोबारी देश है रूस
रूस हथियारों का दूसरा सबसे बड़ा कारोबारी देश है. पिछले तीन सालों से रूस यूक्रेन से जंग लड़ रहा है जिसकी वजह से उसके पास गोला बारूद खत्म होने के दावे किए जा रहे हैं. द वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक, रूस ने हथियारों और स्पेयर पार्ट का निर्माण तेज किया है, मगर इससे उसकी जरूरतें पूरी नहीं हो पा रही हैं.
रूस ने पाकिस्तान से मांगा एमआई 35 एम इंजन
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि रूस ने पाकिस्तान से कम से कम चार एमआई-35एम इंजन वापस मांगे हैं. हालांकि, अखबार के मुताबिक़, पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय का कहना है कि इस सम्बंध में रूस ने उनसे कोई संपर्क नहीं किया है. वहीं, रूस को उसके सबसे क़रीबी सहयोगी बेलारूस द्वारा छह एमआई-26 ट्रांसपोर्ट हेलिकॉप्टरों के इंजन वापस बेचने की खबर है.
इसी तरह रूस ने ब्राजील से उन हेलिकॉप्टरों के 12 इंजन मांगे है, जिन्हें पिछले साल डीकमीशन किया था.
ब्राजील के विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने इस पर बताया है कि इस मांग को इसलिए नहीं माना गया क्योंकि ब्राजील की नीति है कि वह युद्ध के दौरान किसी भी पक्ष को हथियार नहीं भेजता.
भारत को हथियारों की सप्लाई रोकी
बीबीसी की रिपोर्ट की माने तो जंग के कारण रूस का हथियारों के निर्यात का कारोबार भी बड़े पैमाने पर प्रभावित हुआ है. जो हथियार उसे भारत और आर्मेनिया को बेचने थे, उन्हें वह खुद इस्तेमाल कर रहा है.
वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के मुताबिक़, आर्मेनिया को जितने मल्टीपल रॉकेट लॉन्च सिस्टम दिए जाने थे, उससे बहुत कम मिले हैं. इसी तरह भारत को कुछ चीजो का निर्यात भी रद्द कर दिया गया है.
रूस ने साध रखी है चुप्पी
कहा गया है कि रूस अपनी फैक्ट्रियों में बनने वाले हथियारों और स्पेयर पार्ट को पहले ही अपने इस्तेमाल के लिए रख रहा है. हालांकि, रूसी राष्ट्रपति कार्यालय और रूसी सरकार के स्वामित्व वाली कंपनी जेएससी रोसोबोरोनएक्सपोर्ट ने सवालों के जवाब नहीं दिए.