जेलेंस्की को पद से हटाने की तैयारी में रूस, इस नेता को राष्ट्रपति बनाना चाहते हैं पुतिन, यूक्रेन की मीडिया का दावा
द कीव इंडिपेंडेंट का दावा है कि रूस विक्टर यानुकोविच को यूक्रेन का राष्ट्रपति बनाना चाहता है. यूक्रेनी मीडिया का दावा है कि यानुकोविच मिंस्क में हैं और रूसी सेना द्वारा यूक्रेन के मौजूदा राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की को हटाए जाने का इंतजार कर रहे हैं
युद्ध के बीच रूस और यूक्रेन के बीच आज दूसरे दौर की बातचीत होगी. इससे पहले यूक्रेन की मीडिया ने बड़ा दावा किया है. द कीव इंडिपेंडेंट का दावा है कि रूस विक्टर यानुकोविच को यूक्रेन का राष्ट्रपति बनाना चाहता है. यूक्रेनी मीडिया का दावा है कि यानुकोविच मिंस्क में हैं और रूसी सेना द्वारा यूक्रेन के मौजूदा राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की को हटाए जाने का इंतजार कर रहे हैं. विक्टर यानुकोविच यूक्रेन के पूर्व राष्ट्रपति हैं और उन्हें साल 2014 में यूरोमेडन रेवॉल्यूशन में पद से हटाया गया था.
कौन हैं विक्टर यानुकोविच
विक्टर यानुकोविच एक यूक्रेनी राजनेता हैं और देश के चौथे राष्ट्रपति रह चुके हैं. 9 जुलाई 1950 को जन्मे यानुकोविच फिलहाल निर्वासन में रूस में रह रहे हैं. यानुकोविच साल 1997 से 2002 के बीच पूर्वी यूक्रेन के डोनेट्स्क ओब्लास्ट के गवर्नर रह चुके हैं. इसके बाद वह 21 नवंबर 2002 से 7 दिसंबर 2004 और 28 दिसंबर 2004 से 5 जनवरी 2005 तक यूक्रेन के प्रधानमंत्री बने. यानुकोविच ने साल 2004 में पहले राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी ठोकी. शुरुआत में उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री Viktor Yushchenko के खिलाफ विजेता घोषित कर दिया गया था.
लेकिन चुनाव में धोखाधड़ी और मतदाताओं को डराने-धमकाने के आरोप सामने आए. इसके बाद बड़े स्तर पर नागरिकों ने विरोध प्रदर्शन किए और कीव इंडिपेंडेंस स्क्वेयर को घेर लिया, जिसे ऑरेंज रेवॉल्यूशन कहा जाता है. यूक्रेनी सुप्रीम कोर्ट ने इस चुनाव को रद्द कर दिया और दोबारा चुनाव कराने का आदेश दिया. यानुकोविच Yushchenko के खिलाफ चुनाव हार गए. इसके बाद उन्होंने Yushchenko के अधीन अपना बतौर प्रधानमंत्री कार्यकाल 2006 से 2007 तक पूरा किया.
साल 2010 में बने राष्ट्रपति
विक्टर यानुकोविच साल 2010 में राष्ट्रपति बने. इस चुनाव को अंतरराष्ट्रीय पर्यवेक्षकों ने पारदर्शी बताया. लेकिन साल 2013 में कई ऐसे इवेंट्स हुए, जिससे यानुकोविच की कुर्सी खतरे में आ गई. यानुकोविच ने लंबित ईयू असोसिएशन अग्रीमेंट को रिजेक्ट कर दिया और रूसी लोन बेलआउट और रूस के साथ करीबी रिश्तों को स्वीकार कर लिया.
इसके बाद कीव इंडिपेंडेंस स्क्वेयर पर लोग जमा हो गए और प्रदर्शन करने लगे. जनवरी 2014 में इंडिपेंडेंस स्क्वेयर समेत यूक्रेन के कई अन्य इलाकों में कई हिंसक झड़पें हुईं. फरवरी 2014 में यूक्रेन गृह युद्ध की कगार पर पहुंच चुका था क्योंकि स्पेशल पुलिस फोर्सेज और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई हिंसक झड़प में कई लोगों की मौत हो गई. 22 फरवरी 2014 को यूक्रेनी संसद ने यानुकोविच को पद से हटाने के लिए वोट किया.