Russia - Ukraine Conflict: रूस और यूक्रेन के युद्ध को शुरू हुए 100 दिन होने को आए. इस युद्ध में यूक्रेन (Ukraine) के पीछे हटने की आशंका जताई जा रही थी, लेकिन युद्ध में डटे रहने पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने खुशी जताई है. उन्होंने कहा है कि वो आम जनता के साथ डटे रहे. उन्होंने हिम्मत नहीं हारी.
यूक्रेन ने निकाली नाउम्मीदी से उम्मीद की राह
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि 100 दिन पहले जब रूस ने हमला किया था,तो किसी को भी उनके देश के बचने की उम्मीद नहीं थी और दुनियाभर के नेताओं ने उन्हें देश छोड़कर चले जाने की सलाह तक दे डाली थी. वॉर के 50 वें दिन जेलेंस्की ने वीडियो संबोधन में कहा था, ‘‘ वे हमें नहीं जानते. वे नहीं जानते थे कि यूक्रेन के लोग कितने बहादुर हैं, हम आजादी को कितना अहमियत देते हैं.’’ हो सकता है कि वह अपने बारे में बात कर रहे हों. कोई नहीं जानता था कि एंटरटेंटमेंट की दुनिया से राष्ट्रपति पद तक पहुंचा 44 वर्षीय शख्स रूस की विशाल सेना के हमले का जवाब कैसे देगा.'
वॉर में बखूबी किया सोशल मीडिया का इस्तेमाल
रूस- यूक्रेन वॉर में राष्ट्रपति जेलेंस्की का रोल काफी अहम रहा. उन्होंने रूस के हमले का जबरदस्त प्रतिरोध किया. छोटे से देश की कमान ऐसे संभाली की रूस के आगे लड़ाई में सैनिक ही नहीं आम नागरिक भी कूद पड़े. उन्होंने दुनिया को बता दिया कि वॉर में सोशल मीडिया की पावर को कैसे इस्तेमाल में लाया जाता है.वह अपने वीडियों से अपने सैनिकों और लोगों में जोश भरते रहे. अब युद्ध को 100 दिन हो चुके हैं, लेकिन हर रात वह अपने लोगों को याद दिलाते हैं कि वे मैदान में डटे रहे हैं, मैदान छोड़कर भागे नहीं है. वह अक्सर एक सिंपल सी टी-शर्ट में दिखते हैं. इस युद्ध की शुरुआत से ही उन्होंने सेना के रंग से मैच करते हरे रंग के कपड़े पहनने शुरू कर दिए.लेकिन अपने नागरिकों को संदेश देने और प्रेरणा देने के लिए उनका रात का वीडियो संबोधन ही उनका पसंदीदा जरिया रहा.
‘बहादुर देश के आजाद लोगों’ से परवान चढ़ा युद्ध
यूक्रेनी राष्ट्रपति अक्सर यूक्रेनियाई लोगों को ‘‘एक बहादुर देश के आजाद लोगों’’ या ‘‘हमारे महान देश के अजेय लोगों’’ के रूप में उत्साहजनक अभिवादन के साथ संबोधन शुरू करते हैं जो हमेशा ‘‘यूक्रेन की जय’’ के साथ खत्म होता है. युद्ध के 100वें दिन उन्होंने कहा कि सौ दिनों से लड़ रहे हैं: ‘‘शांति, ‘जीत, यूक्रेन, यूक्रेन की शान.’’
कान फिल्म महोत्सव में भी रखी यूक्रेन की बात
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने संयुक्त राष्ट्र, ब्रिटेन की संसद, अमेरिकी कांग्रेस और दुनिया भर के लगभग दो दर्जन अन्य सांसदों के साथ ही कान फिल्म महोत्सव और अमेरिका के ग्रैमी पुरस्कारों को वीडियो लिंक के जरिए संबोधित किया. शायद ही कभी बगैर टाई के किसी शख्स ने इतने वीआईपी लोगों को संबोधित किया हो. उन्होंने पत्रकारों को इंटरव्यू ही नहीं दिए बल्कि कीएव मेट्रो की सुरक्षा में एक संवाददाता सम्मेलन भी किया.
पुतिन को दिखा दिया हम किसी से कम नहीं
जून 2019 में जेलेंस्की के राष्ट्रपति चुने जाने के तुरंत बाद जब पुतिन से पूछा गया कि उन्होंने यूक्रेन के नए नेता को बधाई क्यों नहीं दी, इस पर पुतिन ने एक्टर से राष्ट्रपति बने जेलेंस्की को लेकर कोई रिएक्शन नहीं दिया. पुतिन ने कहा, ‘‘किसी का किरदार निभाना अलग बात है और हकीकत में उस किरदार में होना दूसरी बात है. महत्वपूर्ण बात यह है कि जिम्मेदारी लेने के लिए साहस और चरित्र होना चाहिए. उन्होंने अब तक अपना चरित्र नहीं दिखाया है.’’
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