Russia-Ukraine War: युद्ध के बीच अमेरिका ने यूक्रेन के लिए की अब तक की सबसे बड़ी घोषणा, बाइडेन देंगे 3 अरब डॉलर की सैन्य सहायता
Russia-Ukraine Crisis: इस मदद को व्हाइट हाउस ने कीव के लिए अब तक का सबसे बड़ा सहायता पैकेज बताया है. प्रेस सचिव कैराइन जीन-पियरे ने कहा कि यह सहायता राशि बाद में पेंटागन की ओर से विस्तृत की जाएगी.
Russia-Ukraine Conflict: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को फरवरी में एक साल पूरा हो जाएगा. यह युद्ध अब भी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. अमेरिका और यूरोप के अन्य देशों की मदद से यूक्रेन डटकर रूस का मुकाबला कर रहा है. इस बीच संयुक्त राज्य अमेरिका ने शुक्रवार को यूक्रेन के लिए 3 अरब डॉलर की सैन्य सहायता की घोषणा की. इसे व्हाइट हाउस ने कीव के लिए अब तक का सबसे बड़ा सहायता पैकेज बताया है. प्रेस सचिव कैराइन जीन-पियरे ने कहा कि यह सहायता राशि बाद में पेंटागन की ओर से विस्तृत की जाएगी. इसके तहत ब्रैडली पैदल सेना से लड़ने वाले वाहन, एमआरएपी और अन्य कार्मिक वाहक, और स्व-चालित हॉवित्जर के शामिल होने की उम्मीद है.
वॉशिंगटन और बर्लिन ने पिछले दिनों घोषणा की थी कि वे यूक्रेन को आर्म्ड व्हीकल देंगे. इसमें ये भी कहा गया था कि संयुक्त राज्य अमेरिका से ब्रैडली और जर्मनी से मर्डर्स वाहन होगा, लेकिन इसकी डिटेल नहीं दी गई थी. बर्लिन ने शुक्रवार को कहा कि वह हफ्तेभर के अंदर करीब 40 मर्डर वाहनों को यूक्रेन भेज देगा. मर्डर और ब्रैडली दोनों ही वाहन जो आमतौर पर 25 मिमी ऑटोकैनन, 7.62 मिमी मशीनगन और टैंक रोधी मिसाइलों से लैस होते हैं, इनके शामिल होने से यूक्रेनी सेना को काफी ज्यादा मारक क्षमता मिलेगी.
'युद्ध में अहम रोल अदा करेंगे ये वाहन'
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने पत्रकारों से कहा कि ब्रैडलिस “संयुक्त हथियार युद्धाभ्यास करने में सक्षम होने के मामले में बहुत महत्वपूर्ण हैं.” एक ऐसा क्षेत्र जिसमें पेंटागन ने कहा है कि वह कीव की सेना को प्रशिक्षण प्रदान करेगा. किर्बी ने कहा, "अभी युद्ध लंबा चलेगा और इसमें वाहनों का रोल अहम होगा." वहीं, पेंटागन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल पैट राइडर ने पिछले दिन कहा था कि ब्रैडली "एक टैंक नहीं है, बल्कि यह एक टैंक किलर है. हमें विश्वास है कि यह युद्ध के मैदान में उनकी सहायता करेगा."
फ्रांस की मदद ने दूसरे देशों को किया मजबूर
यूक्रेन लंबे समय से टैंकों सहित भारी हथियारों की डिमांड अमेरिका और अन्य देशों से कर रहा था. हालांकि, पश्चिमी देश युद्ध में और अधिक शामिल न होने या रूस को उकसाने की आशंकाओं का हवाला देते हुए इन्हें भेजने से बच रहे थे, लेकिन इस बीच फ्रांस की ओर से यूक्रेन को एएमएक्स-10 आरसी लाइट टैंक देने के बाद अमेरिका और अन्य देशों ने यूक्रेन की मदद के लिए इन्हें भेजने की रजामंदी जताई है.
ये भी पढ़ें