(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Russia Ukraine Crisis: रशियन आर्मी का दावा- रूसी क्षेत्र में घुस आए 5 यूक्रेनी, ‘तोड़फोड़ करने वालों’ को मार गिराया
Russia Ukraine Crisis: इससे पहले रविवार को रूस ने यूक्रेन की उत्तरी सीमाओं के पास सैन्य अभ्यास बढ़ा दिया था. उसने यूक्रेन की उत्तरी सीमा से लगे बेलारूस में करीब 30,000 सैनिकों की तैनाती की है.
Russia Ukraine Crisis: रूस-यूक्रेन के बीच विवाद गहराता जा रहा है. सोमवार को रूसी सेना ने कहा कि उसने यूक्रेन से रूसी क्षेत्र में आए 5 'तोड़फोड़ करने वालों' को मार गिराया है. इससे पहले रविवार को रूस ने यूक्रेन की उत्तरी सीमाओं के पास सैन्य अभ्यास बढ़ा दिया था. उसने यूक्रेन की उत्तरी सीमा से लगे बेलारूस में करीब 30,000 सैनिकों की तैनाती की है. साथ ही यूक्रेन की सीमाओं पर 1,50,000 सैनिकों, युद्धक विमानों और अन्य साजो-सामान की तैनाती कर रखी है. कीव की आबादी करीब 30 लाख है.
बाइडेन और पुतिन की बैठक पर संशय बरकरार
वहीं क्रेमलिन (Kremlin) ने सोमवार को कहा कि रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के बीच एक शिखर सम्मेलन आयोजित करना जल्दबाजी होगी. इससे पहले पेरिस (Paris) ने यूक्रेन (Ukraine) पर तनाव को शांत करने के लिए एक बैठक की संभावना की घोषणा की थी. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव (Dmitry Peskov) ने कहा, "किसी भी तरह के शिखर सम्मेलन के आयोजन के लिए किसी विशेष योजना के बारे में बात करना जल्दबाजी होगी. " उन्होंने कहा कि बैठक के लिए कोई "ठोस योजना" नहीं रखी गई थी
Russian Army says killed 5 'saboteurs' from Ukraine on Russian territory: AFP News Agency
— ANI (@ANI) February 21, 2022
बता दें फ्रांस के राष्ट्रपति भवन Elysee Palace की ओर से रविवार को एक अहम जानकारी दी गई. इसमें बताया गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन आपस में मिलने के लिए तैयार हो गए हैं. दोनों इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) की ओर से प्रस्तावित शिखरवार्ता के लिए तैयार हुए हैं. मैक्रों ने अपने प्रस्ताव में यूरोप में सुरक्षा और रणनीतिक स्थिरता पर चर्चा करने की बात रखी थी. हालांकि, इस प्रस्ताव के साथ उन्होंने यह शर्त भी दोनों के सामने रखी है कि यह मीटिंग तभी संभव है, जब रूस यूक्रेन पर हमला नहीं करेगा.
क्या चाहता है रूस?
बता दें रूस ने यूक्रेन को लेकर पश्चिमी देशों के सामने कई मांगें रखी हैं. रूस का कहना है कि यूक्रेन को कभी NATO का सदस्य नहीं बनने देना चाहिए और NATO गठबंधन को पूर्वी यूरोप में अपनी सभी सैन्य गतिविधि छोड़ देनी चाहिए.
यह भी पढ़ें:
पुराने कालीन और गद्दे, श्रीलंका ने ब्रिटेन को 3,000 टन कचरा लौटाया, जानें क्या है मामला?