Russia Ukraine Exchange Of Captured Soldiers: रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग को एक साल होने वाला है. इस जंग में दोनों ओर के हजारों जवान मारे जा चुके हैं. वहीं, यूक्रेन में काफी आम लोगों की भी जानें गई हैं. रूसी सेना की ओर से किए जा रहे हमलों से यूक्रेन में इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर को बड़ा नुकसान पहुंचा है. सैकड़ों परिसर ध्‍वस्‍त हो चुके हैं, हजारों बिल्डिंग जर्जर हो चुकी हैं. लाखों लोगों को यूक्रेन छोड़ना पड़ गया. रूस को भी आर्थिक चुनौतियां झेलनी पड़ रही हैं, लेकिन जंग खत्‍म नहीं हो रही.


इस बीच दोनों देशों के बॉर्डर पर एक अलग दृश्य देखने को मिला है. वो दृश्य ये कि दोनों देश एक-दूजे के यहां बंदी बनाए गए अपने-अपने लोगों की अदला-बदली कर रहे हैं. शनिवार को कैदियों की अदला-बदली के बाद रूस और यूक्रेन के दर्जनों युद्धबंदी अपने-अपने देश लौटे. इस दरम्‍यान दोनों पक्षों के अधिकारियों ने तस्‍वीरें शेयर कर युद्धबंदियों के बारे में जानकारी दी. 






यूक्रेन के 116 बंदी रिहा किए गए
यूक्रेनी राष्ट्रपति के शीर्ष सहयोगी एंड्री यरमक ने सोशल मीडिया पर कहा कि यूक्रेन के 116 बंदी रिहा किए गए हैं. उन्होंने कहा कि रिहा किए गए युद्धबंदियों में वे सैनिक शामिल हैं जो मॉस्को की महीनों लंबी घेराबंदी के दौरान मारियुपोल में डटे रहे थे. इसके अलावा खेरसॉन क्षेत्र के गुरिल्ला लड़ाके और पूर्वी शहर बखमुत में जारी भीषण लड़ाई के दौरान पकड़े गए कई सैनिक भी सकुशल लौटे हैं.




रूस के भी 63 सैनिक वापस लौटे
वहीं, दूसरी ओर रूसी रक्षा अधिकारियों ने बताया कि अदला-बदली के बाद यूक्रेन से उनके 63 रूसी सैनिक वापस आए, जिनमें कुछ ‘‘स्‍पेशल कैटेगरी’’ के कैदी भी शामिल हैं. रूसी अधिकारियों के मुताबिक, कुछ कैदियों की रिहाई यूएई की मध्यस्थता के बाद की गई. हालांकि, रूसी रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी बयान में इन ‘‘स्‍पेशल कैटेगरी’’ के बंदियों के बारे में डिटेल नहीं दी गई.


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