शुक्रवार को रूस की सेना यूक्रेन की राजधानी कीव में दाखिल हो गई. राजधानी कीव की सड़कों पर टैंक और गोलीबारी के साथ मातम पसरा नजर आया. पूरे शहर में हवाई हमले के सायरन बज रहे थे. हालांकि शुक्रवार को बातचीत का पैगाम भी आया और रूस के राष्ट्रपति का वो बयान भी, जिसमें उन्होंने यूक्रेन की सेना से देश में तख्तापलट के लिए कहा. उन्होंने सेना से कहा कि सत्ता को अपने हाथ में ले ले सेना. यूक्रेन के राष्ट्रपति ने वीडियो जारी करते हुए दावा किया है कि मैं कीव में ही हूं. उन्होंने यूक्रेन के अन्य राजनेताओं के साथ बैंकोवा स्ट्रीट पर एक वीडियो रिकॉर्ड किया है. राष्ट्रपति ने शहर से अंडरग्राउंड होने के रूसी प्रचारकों की गलत सूचना का खंडन किया.


महीनों तक तनाव के दौरान हमले के इनकार के बाद रूस ने गुरुवार को यूक्रेन के खिलाफ जंग का एलान कर दिया था. रूसी सेना ने चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थल के साथ ही काला सागर में स्नेक द्वीप पर कब्जा कर लिया. कीव में एक आवासीय इमारत को निशाना बनाया गया. रूसी सेना ने यूक्रेन के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए बैलिस्टिक मिसाइलों और टैंकों का इस्तेमाल किया. गुरुवार को रूस की सेना ने उत्तर, दक्षिण और पूर्व तीन छोर से यूक्रेन को घेर लिया और अटैक करना शुरू कर दिया. हाल ही के हफ्तों में रूसी सैनिकों को यूक्रेन के आसपास, रूस, बेलारूस और आसपास के अलगाववादी क्षेत्रों में तैनात किया गया था.



 


रूस की सेना का दावा


रूस की सेना ने दावा किया है कि उसने यूक्रेन की राजधानी कीव के बाहर रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण एक विमानतल को अपने कब्जे में ले लिया है. इसके साथ ही रूसी सैनिकों ने कीव में प्रवेश करना शुरू कर दिया है. इस दावे की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की जा सकी है. होस्तोमेल के हवाई अड्डे पर एक लंबा रनवे है जो भारी मालवाहक विमानों की उड़ानों को संभाल सकता है. इसके कब्जे में आने से रूस कीव के बाहरी इलाकों में सीधे अपने सैनिक उतार सकता है. होस्तोमेल, कीव से मात्र सात किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित है. रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेन्कोव ने शुक्रवार को कहा कि रूसी सैनिकों ने होस्तोमेल पर उतरने के लिए 200 हेलीकॉप्टरों का सहारा लिया और यूक्रेन के 200 से सैनिकों को मार गिराया. कोनाशेन्कोव ने दावा किया कि रूसी सैनिकों को कोई नुकसान नहीं हुआ हालांकि, यूक्रेन का दावा है कि लड़ाई के दौरान बड़ी संख्या में रूसी सैनिक मारे गए हैं.


ऐसे शुरू हुई जंग


बृहस्पतिवार को शहरों और सैन्य ठिकानों पर एक के बाद एक किए गए मिसाइल हमलों के साथ आक्रमण शुरू हुआ और फिर पैदल सेना ने यूक्रेन की तरफ कूच किया. पूर्व में कई क्षेत्रों से सैनिक दाखिल होने लगे. क्रीमिया के दक्षिणी क्षेत्र से भी सैनिक आए, जिस पर रूस ने 2014 में कब्जा कर लिया था. पड़ोसी देश बेलारूस से भी रूसी सैनिकों ने धावा बोल दिया. यूक्रेन के खिलाफ बड़े सैन्य अभियान की घोषणा करते हुए पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा एवं प्रतिबंधों को नजरंदाज किया और अन्य देशों को चेतावनी दी कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के ‘‘ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने कभी नहीं देखे होंगे.’’ रूसी सेना ने कहा कि उसने कीव के बाहर एक रणनीतिक हवाई अड्डे और पश्चिम में एक शहर पर नियंत्रण कर लिया है.




धमाकों की आवाज से हुई शुक्रवार की सुबह


कीव में  शुक्रवार की सुबह दिन निकलने से पहले ही धमाकों की आवाजें सुनाई देने लगीं और बाद में सरकारी क्वार्टर के पास गोलियों की आवाज सुनी गई. जिसके बाद पश्चिमी देशों के नेताओं ने एक आपातकालीन बैठक बुलाई है और यूक्रेन के राष्ट्रपति ने ऐसे हमलों को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय मदद की गुहार लगाई. उन्होंने आशंका जताई है कि रूस लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई उनकी सरकार को बेदखल कर सकता है. यूक्रेन में बड़े पैमाने पर लोग हताहत हो सकते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकता है.


कीव की घेराबंदी


यूक्रेन की राजधानी के खतरे में घिरने के संकेतों के बीच सेना ने शुक्रवार को कहा कि रूसी जासूसों और विध्वंसक गतिविधियों में लिप्त लोगों के एक समूह को शहर के केंद्र से लगभग पांच किलोमीटर उत्तर में कीव के एक जिले में देखा गया. इससे पहले, सेना ने कहा था कि रूसी सुरक्षा बलों ने दो यूक्रेनी सैन्य वाहनों पर कब्जा कर लिया है और स्थानीय होने का दिखावा कर घुसपैठ के लिए शहर की ओर बढ़ रहे हैं. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि कीव की ‘‘संभवत: घेराबंदी कर ली गई है.’’ अमेरिकी अधिकारियों का मानना ​​है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन में अपनी पसंद की सरकार थोपना चाहते हैं. इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने वैश्विक नेताओं से पूर्व में लगाए गए प्रतिबंधों की तुलना में रूस के खिलाफ अधिक कठोर पाबंदी लगाने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप अभी हमारी मदद नहीं करते हैं, यदि आप यूक्रेन को मजबूत सहायता प्रदान करने में नाकाम रहते हैं तो कल युद्ध आपके दरवाजे पर दस्तक देगा.’’


होटल्स में ऐसा था माहौल


शुक्रवार तड़के कीव में हवाई हमले के सायरन बजते ही सिटी सेंटर के एक होटल के मेहमानों को एक अस्थायी सुरक्षित तहखाने की ओर जाने के लिए कहा गया, जिसमें गद्दे और पानी की बोतलों के ढेर लगे थे. कार्यकर्ताओं, सभी स्थानीय विश्वविद्यालय के छात्रों ने मेहमानों को चाय और नमकीन बांटी. कुछ लोग धूम्रपान करने या ताजी हवा लेने के लिए आंगन में चले गए. कार्यकर्ताओं में से एक, लुसी वाशाका (20) ने कहा, ‘‘हम सभी डरे हुए और चिंतित हैं. हम नहीं जानते कि क्या करना है, कुछ दिनों में क्या होने वाला है?’’




किसके कितने सैनिक मारे गए


यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा है कि बंद पड़े चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र से उनका संपर्क खत्म हो गया है. इसी जगह पर दुनिया की सबसे भीषण परमाणु त्रासदी हुई थी. देश के कई हिस्सों में लोग हड़बड़ी में सुरक्षित स्थानों तक जाने के लिए ट्रेनों और कारों में सवार होते देखे गए. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कहा कि रूस के हमले में अभी तक 10 सैन्य अधिकारियों समेत 137 ‘‘नायक’’ मारे गए हैं. उनके एक सलाहकार ने कहा कि लगभग 400 रूसी सैनिक मारे गए हैं. मास्को ने हालांकि हताहतों की संख्या नहीं बताई है. किसी भी दावे को स्वतंत्र रूप से सत्यापित नहीं किया जा सका है. जेलेंस्की ने कहा कि ‘‘देश का भविष्य पूरी तरह से हमारी सेना, सुरक्षा बलों, हमारे सभी रक्षकों पर निर्भर करता है.’’ उन्होंने यह भी कहा कि देश ने मास्को से सुना है कि ‘‘वे यूक्रेन की तटस्थ स्थिति के बारे में बात करना चाहते हैं.’’ जेलेंस्की ने रूस की मांग का संदर्भ दिया कि यूक्रेन नाटो गठबंधन में शामिल होने का इरादा त्याग दे. 


डर के साए में कटी यूक्रेन की रात


कीव पर रूसी हमले के डर से रात होते ही हजारों लोग भूमिगत बंकरों, मेट्रो स्टेशनों के भीतर चले गए. कुछ परिवारों के लिए यह एकसाथ समय गुजारने का भी मौका था. कुछ लोग रात काटने के लिए क्रॉसवर्ड पजल सुलझा रहे थे. ऐसे भी लोग थे जो अपने कुत्तों के साथ स्लीपिंग बैग लेकर आए. एक मेट्रो स्टेशन के भीतर शरण लिए हुए एंटन मिरोनोव ने कहा, ‘‘किसी को विश्वास नहीं था कि यह युद्ध शुरू हो जाएगा और वे कीव को भी निशाने पर लेंगे.’’ कुछ लोग अस्थायी बंकरों में रात बिताकर सुबह बाहर निकले. राजमार्ग पर सैन्य टुकड़ियों के साथ आम लोगों की कारें भी आ जा रही थीं. ईंधन केंद्रों पर बृहस्पतिवार को लंबी-लंबी कतारें नजर आई थी. रूस ने कहा है कि वह शहरों को निशाना नहीं बना रहा, लेकिन पत्रकारों ने कई रिहायशी क्षेत्रों में तबाही का मंजर देखा. कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने कहा कि शुक्रवार को शहर में एक बहुमंजिला अपार्टमेंट में एक रॉकेट हमले से आग लगने के बाद कम से कम तीन लोग घायल हो गए.




क्या चाहता है रूस


रूसी सैन्य बलों के उत्तर से कीव की तरफ कूच करने की खबरों के बीच यूक्रेन की सेना कीव के उत्तर-पश्चिम में 60 किलोमीटर दूर दुश्मन फौज से भीषण लड़ाई लड़ रही थी. रूसी सैनिक सीमा के पास स्थित सूमी शहर में भी दाखिल हो चुके हैं. यहां से एक राजमार्ग राजधानी कीव की ओर जाता है. यूक्रेन में गृह मंत्रालय के सलाहकार एंतोन गेराशेंको ने टेलीग्राम पर कहा, ‘‘आज का दिन बहुत भारी बीतेगा. दुश्मन की योजना टैंक के जरिये इवांकीव और चेर्निहाइव के रास्ते कीव में दाखिल होने की है.’’ राष्ट्रपति जेलेंस्की के सलाहकार मायहेलो पोडोलीक ने बताया कि आक्रमण शुरू होने के कुछ घंटों बाद, रूसी सेना ने चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र और उसके आस-पास के क्षेत्र पर नियंत्रण स्थापित कर लिया. वियना स्थित अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने कहा है कि उसे यूक्रेन द्वारा कब्जे के बारे में बताया गया था. इसके साथ ही कि ‘‘औद्योगिक स्थल पर कोई हताहत या तबाही नहीं हुई है.’’


अमेरिका ने किया नए प्रतिबंधों का एलान


अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने नए प्रतिबंधों की घोषणा की जो रूसी बैंकों, अमीर लोगों, सरकारी नियंत्रण वाली कंपनियों और उच्च-तकनीकी क्षेत्रों को लक्षित करेंगे. उन्होंने कहा, पुतिन ने ‘‘इस युद्ध को चुना’’ है. बाइडन ने यह भी कहा कि ऐसे उपाय किए गए हैं कि वैश्विक ऊर्जा बाजार प्रभावित नहीं हो. रूसी तेल और प्राकृतिक गैस निर्यात यूरोप के लिए महत्वपूर्ण ऊर्जा स्रोत हैं. बाइडन शुक्रवार को उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के सहयोगी नेताओं के साथ मुलाकात भी करने वाले हैं, जिसे व्हाइट हाउस ने यूक्रेन पर चर्चा करने के लिए डिजिटल तरीके से आयोजित ‘‘असाधारण शिखर सम्मेलन’’ के रूप में वर्णित किया है. बाइडन ने कहा कि अगर पुतिन नाटो देशों में घुसेंगे, तो अमेरिका हस्तक्षेप करेगा. बाइडेन ने कहा कि अगर उनके रूसी समकक्ष को अभी नहीं रोका गया, तो उनका हौसला बढ़ेगा. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने प्रतिबंधों की घोषणा करते हुए कहा है कि उन्होंने ब्रिटेन के वित्तीय बाजारों से रूस को दूर करने का लक्ष्य रखा है. सभी बड़े रूसी बैंकों की संपत्ति पर रोक लगाने और रूसी कंपनियों तथा क्रेमलिन को ब्रिटिश बाजारों से धन जुटाने से रोकने की योजना प्रस्तुत की गई है.




भारतीयों को निकालने की कोशिश


वहीं भारत सरकार भारतीय नागरिकों को यूक्रेन की उसके पड़ोसी देशों के साथ लगती सीमाओं के रास्ते से सड़क मार्ग से निकालने का प्रयास कर रही है और फिर उन्हें वतन लाया जाएगा. उन्होंने कहा कि भारतीयों के लिए निकासी उड़ानों की व्यवस्था की जा रही है और परिवहन का पूरा खर्च सरकार वहन करेगी. घटनाक्रम से वाकिफ एक सूत्र ने कहा, ‘‘भारत सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीयों के लिए निकासी उड़ानों की व्यवस्था कर रही है. इस निकासी के लिए खर्च पूरी तरह से सरकार वहन करेगी.’’


ऐसे अपनों को बचाएगा भारत


भारत हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया के साथ यूक्रेन की सीमाओं के जरिए भारतीयों को निकालने पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, क्योंकि यूक्रेन की सरकार ने रूसी सैन्य हमले के बाद देश के हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया है. देश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बृहस्पतिवार को बताया कि यूक्रेन में रहने वाले भारतीयों के बारे में ऑनलाइन पंजीकरण से स्पष्ट हुआ था कि वहां 20,000 भारतीय हैं और इनमें से लगभग 4,000 भारतीय नागरिक वतन लौट चुके हैं. संबंधित घटनाक्रम में, यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने कहा कि रोमानिया और हंगरी सीमा से भारतीयों को निकालने के प्रयास जारी हैं.




पुतिन ने दी परमाणु हमले की धमकी


विश्व के किसी नेता द्वारा खुलेआम परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की धमकी दिए जाने को काफी अरसा बीत चुका है, लेकिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आखिरकार ऐसा कर ही दिया. उन्होंने अपने हालिया संबोधन में चेतावनी दी कि अगर कोई रूस को यूक्रेन पर कब्जा करने से रोकने की हिमाकत करता है तो उनके (मास्को के) पास जवाब देने के लिए परमाणु हथियार उपलब्ध हैं. उनकी इस धमकी ने सबका ध्यान आकर्षित किया है. लोगों के मन में यह सवाल आ रहे हैं कि क्या यूक्रेन पर कब्जे की पुतिन की महत्वाकांक्षा किसी हादसे या गलत अनुमान की वजह से परमाणु युद्ध को हवा दे सकती है.


फ्रांस का मॉस्को पर प्रहार


फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुअल मैक्रों ने शुक्रवार को कहा कि फ्रांस और उसके यूरोपीय सहयोगियों ने "मॉस्को पर बहुत गंभीर प्रहार करने" का फैसला किया है. इसके तहत रूसी लोगों पर और प्रतिबंध लगाने के अलावा वित्त, ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों पर जुर्माना लगाना शामिल है. पाबंदियां लगाने से जुड़े कानूनी दस्तावेजों को अंतिम रूप देकर शुक्रवार को ही मंजूरी के लिये ईयू के विदेश मंत्रियों के पास भेजा जाएगा. किशिदा ने इसके साथ ही नए दंडात्मक कदमों की भी घोषणा की, जिसमें रूसी समूहो, बैंकों और व्यक्तियों के वीजा और संपत्ति को फ्रीज किया जाना शामिल है. इसके अलावा उन्होंने रूसी सेना से जुड़े संगठनों को सेमीकंडक्टर और अन्य वस्तुएं भेजने पर रोक लगाने की भी घोषणा की. किशिदा ने कहा, 'यूक्रेन पर रूस का आक्रमण बहुत ही गंभीर घटनाक्रम है, जिसका अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था पर प्रभाव पड़ेगा. इससे न केवल यूरोप बल्कि एशिया भी प्रभावित होगा.'


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