Russia Ukraine War: तर्की के शहर इस्तांबुल में रूस-यूक्रेन वार्ता सोमवार से शुरू होने की संभावना नहीं है इसकी जगह वार्ता मंगलवार को हो सकती है. क्रेमलिन प्रवक्ता ने यह जानकारी देते हुए यह भी कहा कि इस्तांबुल में वार्ता के बाद पुतिन और ज़ेलेंस्की के बीच बैठक की कोई योजना नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि रूस-यूक्रेन वार्ता में अब तक कोई 'महत्वपूर्ण उपलब्धि' नहीं हुई है.
वहीं क्रेमलिन ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन में अपने सैन्य अभियान पर "कसाई" कहे जाने के बाद चिंता व्यक्त की. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा, "यह एक बयान है जो निश्चित रूप से खतरनाक है." उन्होंने कहा कि मॉस्को अमेरिकी राष्ट्रपति के बयानों पर "कड़ी निगरानी" जारी रखेगा.
बाइडेन ने शनिवार को दिया था बयान
अमेरिकी राष्ट्रपति ने शनिवार को पोलैंड की यात्रा के दौरान पुतिन को "एक कसाई" करार दिया, जो "सत्ता में नहीं रह सकता". हालांकि व्हाइट हाउस ने बाद में इस बात से इनकार किया कि वह मॉस्को में "शासन परिवर्तन" की मांग कर रहा था, जबकि क्रेमलिन ने कहा कि बाइडेन के शब्द द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
'हम बिना किसी विलंब के, शांति चाहते हैं'
इससे पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रविवार की रात देश के नाम अपने संबोधन में कहा कि तुर्की में रूस के साथ इस सप्ताह होने जा रही बातचीत में प्राथमिकता ‘‘यूक्रेन की संप्रभुता और भूभागीय अखंडता’’ पर केंद्रित होगी. जेलेंस्की ने कहा ‘‘हम वास्तव में, बिना किसी विलंब के, शांति चाहते हैं. तुर्की में आमने-सामने होने जा रही बातचीत एक अवसर है और जरूरत भी. यह बुरा नहीं है. आइये, देखें कि परिणाम क्या मिलते हैं.’’
जेलेंस्की ने कहा ‘‘मैं दूसरे देशों की संसद से लगातार अपील करूंगा और उन्हें घेरेबंदी वाले मारियुपोल जैसे शहरों के भयावह हालात की याद दिलाऊंगा.’’ यूक्रेन के सशस्त्र बलों को धन्यवाद देते हुए जेलेंस्की ने कहा कि कब्जाए जा चुके शहरों को वे वापस ले रहे हैं और ‘‘कुछ हिस्सों में तो वे आगे भी बढ़ रहे हैं. यह अत्यंत सराहनीय है.’’
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