Russia-Ukraine War: एक साल से अधिक होने के बावजूद रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध थमता नहीं दिख रहा है. यूक्रेन अपने हौसलों की बदौलत मैदान में टिका हुआ है, वहीं रूस हर हाल में जीतना चाहता है. इन सब के बीच हर रोज मौतें हो रहीं हैं. सोमवार का दिन भी इससे अछूता नहीं रहा. सोमवार को पूर्वी यूक्रेन के स्लोवियांस्क शहर में रूसी गोलाबारी में दो लोगों की मौत हो गई और दो दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए.
इस हमले को लेकर दोनेत्स्क क्षेत्र के गवर्नर पाव्लो किरिलेंको ने फेसबुक पर बताया कि स्लोवियांस्क में दो लोगों की मौत हो गई और 29 घायल हो गए. हमले में प्रशासनिक और कार्यालय भवन, पांच ऊंची इमारतें और सात निजी घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. उन्होंने कहा कि रूस ने शहर के केंद्र पर लगभग दो S-300 मिसाइलों से हमला किया.
किरिलेंको ने यह भी कहा कि दोनेत्स्क क्षेत्र के एक अन्य शहर द्रुजकिवका को भी निशाना बनाया गया. उन्होंने कहा कि दो S -300 मिसाइलों ने द्रुजकिवका अनाथालय पर हमला किया और इसे लगभग पूरी तरह से नष्ट कर दिया. यह दर्शाता है कि सामने वाले आतंकी कितने क्रूर हैं.
माफ नहीं करेगा यूक्रेन
हमले को लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर कहा कि एक और दिन रूस के आतंकवाद के साथ शुरू हुआ. रूस ने हमारे स्लोवियांस्क पर हमला किया. उन्होंने कहा कि दुश्मन को पता होना चाहिए कि यूक्रेन अपने लोगों की यातना माफ नहीं करेगा, इन मौतों और घावों को माफ नहीं करेगा.
रूस पड़ गया था मुश्किल में
युद्ध की शुरुआत में अनुमान लगाया जा रहा था कि यूक्रेन बहुत दिनों तक नहीं टिक पाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. एक वक्त था जब रूस मुश्किलों में दिखने लगा था. पुतिन को सैनिकों की जरूरत थी. तब रूस ने जेल में बंद कैदियों को भी युद्ध में उतार दिया. रूस के वैगनर ग्रुप में यह कैदी शामिल होकर यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ रहे थे. इनमें से 5000 कैदियों ने अपना कॉन्ट्रैक्ट पूरा कर लिया है, जिसके बाद उन्हें माफी दे दी गई है.
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