रूस और यूक्रेन के बीच भीषण जंग जारी है. यूक्रेन (Ukraine) में तबाही का आलम है. रूसी हमले में कई लोगों की जान जा चुकी है. दोनों देशों की तरफ एक दूसरे की सेना को मार गिराए जाने के दावे किए जा रहे हैं. यूक्रेन पर रूसी सैनिक (Russian Military) भारी पड़ रहे हैं. इस बीच कई देशों ने यूक्रेन को मदद की पेशकश की है. अमेरिका (America), ब्रिटेन (Britain) समेत 28 देशों ने यूक्रेन को मेडिकल सप्लाई के साथ सैन्य सहायता (Medical and Military Aid ) देने पर सहमति जताई है.
इसके साथ ही इन देशों ने यूक्रेन को हथियार भी मुहैया कराने की बात कही है. रूसी सैनिकों की ओर से किए जा रहे हमले में भारी संख्या में लोग हताहत हुए हैं. यूक्रेन में नागरिकों के साथ-साथ सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाया जा रहा है.
यूक्रेन को सैन्य सहायता देने पर 28 देशों में सहमति
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने अमेरिकी विदेश विभाग को शुक्रवार को यूक्रेन को सैन्य सहायता (Military Aid) के रूप में 350 मिलियन डॉलर जारी करने का निर्देश दिए हैं. रूस के पास भारी संख्या में आधुनिक हथियार और सेना के जवान हैं जिसकी वजह से यूक्रेन दबाव में है. विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन को एक ज्ञापन में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने निर्देश दिया कि विदेशी सहायता अधिनियम के माध्यम से आवंटित 350 मिलियन डॉलर की राशि को यूक्रेन की रक्षा के लिए दिया जाए.
जंग से यूक्रेन में तबाही
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, रूसी सैनिकों ने यूक्रेन के दक्षिणपूर्वी ज़ापोरिज्ज्या क्षेत्र के मेलिटोपोल (Melitopol) शहर पर कब्जा कर लिया है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को कहा है कि मास्को द्वारा आक्रमण शुरू करने के बाद से कब्जा करने वाला पहला ये अहम जनसंख्या केंद्र पर शहर है. मंत्रालय ने यह भी कहा कि रूस ने यूक्रेन में सैन्य ठिकानों पर रात भर हमले करने के लिए हवाई और जहाज आधारित क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल किया. इसमें कहा गया है कि रूसी सैनिकों ने सैकड़ों सैन्य बुनियादी ढांचे के ठिकानों को निशाना बनाया है. कई विमानों और दर्जनों टैंकों और बख्तरबंद और तोपखाने के वाहनों को तबाह कर दिया है.
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