यूक्रेन के फोटोग्राफर और डॉक्यूमेंट्री मेकर मैक्स लेविन राजधानी कीव के पास मृत पाए गए. लेविन 13 मार्च को उस समय लापता हो गए थे, जब वे कीव ओब्लास्ट के वैशगोरोड जिले में युद्द का दस्तावेजीकरण करने गए थे. लेविन ने रॉयटर्स, बीबीसी और एपी सहित कई यूक्रेनी और अंतरराष्ट्रीय मीडिया के साथ काम किया है. लेविन 40 वर्ष के थे. उनके परिवार में उनकी पत्नी और चार बच्चे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, लेविन 5वें पत्रकार हैं जो युद्ध में मारे गए हैं.


वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने शनिवार तड़के अपने मुल्क के लोगों को आगाह किया कि राजधानी से पीछे हट रहे रूसी सैनिकों ने उसके बाहरी इलाकों में एक बड़ी आपदा पैदा कर दी है, क्योंकि वे पूरे क्षेत्र में बारूदी सुरंगें छोड़ गए हैं, यहां तक कि घरों और लाशों के आसपास भी वे बारूदी सुरंगे छोड़ गए हैं.


मारियुपोल में मानवीय संकट गहराया


जेलेंस्की ने यह चेतावनी ऐसे समय में जारी की है, जब रूसी सेना की ओर से निकासी कार्यों को लगातार दूसरे दिन बाधित करने से बंदरगाह शहर मारियुपोल में मानवीय संकट गहरा गया है और क्रेमलिन ने यूक्रेन पर रूसी धरती पर स्थित एक ईंधन डिपो पर हेलीकॉप्टर से हमला करने का आरोप लगाया है.


रूसी तेल के डिपो पर यूक्रेन के हमले


बता दें कि बीते दिन शुक्रवार सुबह यूक्रेन से सटे रूस के बेलगोरोड में एक ऑयल डिपो में लगी भयंकर आग यूक्रेन के हमले से लगी थी. इसका खुलासा खुद बेलगोरोड के गवर्नर ने किया था. वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने रूसी तेल के डिपो पर हमले का आदेश देने के सवाल पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. फॉक्स न्यूज के साथ इंटरव्यू में जेलेंस्की ने कहा कि वह सर्वोच्च कमांड के तौर पर जो आदेश देते हैं, उस पर किसी के साथ चर्चा नहीं करते.


इससे पहले यूक्रेन की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के सचिव ने मास्को के उन आरोपों का खंडन किया था, जिसमें कहा गया था कि यूक्रेन के दो हेलीकॉप्टर ने शुक्रवार को बेल्गोरोद स्थित तेल के डिपो पर हमला किया. बेल्गोरोद के गवर्नर ने कहा था कि डिपो में दो कर्मचारी घायल हुए, लेकिन रूस के मीडिया ने तेल कंपनी रोसनेफ्त के बयान का हवाला देते हुए किसी के भी घायल होने की खबर से इनकार किया.


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