Russia-Ukraine War: रूस के हमले के बाद से लगभग 50 लाख यूक्रेनियन अपना देश छोड़ चुके हैं. संयुक्त राष्ट्र ने मंगलवार को तेजी से पलायन पर चिंता व्यक्त की और कहा कि स्थिति और खराब हो सकती है.
यूएनएचसीआर, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी, ने कहा कि 24 फरवरी को रूस के हमले के बाद से 4,980,589 लोग यूक्रेस से चले गए, सोमवार को कुल 46,174 पलायन को मजबूर हुए.
संयुक्त राष्ट्र का प्रवासन के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठन (आईओएम) का कहना है कि लगभग 215,000 तीसरे देश के नागरिक - (बड़े पैमाने पर छात्र और प्रवासी श्रमिक) - भी पड़ोसी देशों में चले गए हैं, जिसका अर्थ है कि युद्ध शुरू होने के बाद से लगभग 5.2 मिलियन लोग यूक्रेन छोड़ चुके हैं. अधिकारी इसे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोप में सबसे तेजी से बढ़ता शरणार्थी संकट बताते हैं.
'यह काफी चिंताजनक है'
यूएनएचसीआर की प्रवक्ता शाबिया मंटू ने जिनेवा में कहा, "कुंजी यह है कि सीमाएं खुली रहें, लोग सुरक्षा तक पहुंच सकें और जब वे पड़ोसी देशों में पहुंचें तो उन्हें सहायता मिल सके." मंटू ने कहा, "हम चिंता के साथ देख रहे हैं कि क्या होगा, लेकिन यह काफी चिंताजनक है कि कुछ ही हफ्तों में हम यूक्रेनी शरणार्थियों की संख्या 50 लाख के पास पहुंच रही हैं."
महिलाओं और बच्चों में से 90 प्रतिशत पलायन कर गए हैं. वहीं 18 से 60 वर्ष की आयु के पुरुष सैन्य कॉल-अप के लिए पात्र हैं और इसलिए देश छोड़ने में असमर्थ हैं. सभी यूक्रेनी बच्चों में से लगभग दो-तिहाई बच्चे अपना घर छोड़ने के मजबूर हुए हैं, इनमें वे भी शामिल हैं जो अभी भी देश के अंदर हैं.
इस महीने अब तक 945,000 लोगों ने यूक्रेन छोड़ा
2.8 मिलियन से अधिक यूक्रेनी शरणार्थी पोलैंड भाग गए हैं. बड़ी संख्या में लोग रोमानिया पहुंच चुके हैं. यूएनएचसीआर के आंकड़े बताते हैं कि फरवरी में लगभग 645,000 यूक्रेनियन ने देश छोड़ा, मार्च में लगभग 3.4 मिलियन ने ऐसा किया और इस महीने अब तक 945,000 लोग देश से बाहर जा चुके हैं. शरणार्थियों से परे, IOM का अनुमान है कि यूक्रेन में ही 7.1 मिलियन लोग विस्थापित हैं.
यह भी पढ़ें: