Russia Ukraine Conflict: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बार फिर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर हमला बोला. अपने पोलैंड दौरे के दौरान बाइडन ने कहा कि, व्लादिमीर पुतिन सत्ता में नहीं रह सकते. बाइडन का यह बयान तेजी से फैल गया और इसके कई मतलब निकाले जाने लगे. इसके तुरंत बाद व्हाइट हाउस ने इस बयान को लेकर स्पष्टिकरण जारी किया और बताया कि बाइडन का कहने के मतलब का कुछ और अर्थ निकाला जा रहा है, जबकि वह कहना कुछ औऱ चाह रहे थे. बता दें कि यूक्रेन पर हमले के बाद से पुतिन पर लगातार कई नेताओं के आक्रमक बयान आ रहे हैं.
बाइडन ने पुतिन पर किए कई हमले
यूरोप के अपनी चार दिवसीय यात्रा के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति बाइडन ने पोलैंड की राजधानी में एक भाषण के दौरान कहा कि, ‘भगवान के लिए, यह आदमी सत्ता में नहीं रह सकता है.’ उन्होंने कहा कि, क्रेमलिन का आक्रमण अब दूसरे महीने में है और यह युद्ध पुतिन के लिए रणनीतिक विफलता बन गया है. उन्होंने पुतिन को एक बार फिर युद्ध अपराधी बताया. वहीं यूक्रेन के शरणार्थियों के साथ मुलाकात के दौरान जो बाइडन ने पुतिन को कसाई तक कह दिया था.
इस बयान का लोगों ने निकाला दूसरा अर्थ
अमेरिकी राष्ट्रपति ने जब कहा कि पुतिन को सत्ता में नहीं रहना चाहिए, तो बड़ी संख्या में लोग यह अर्थ लगाने लगे कि हो सकता है अमेरिका अब इस युद्ध में शामिल हो या फिर रूस में सत्ता परिवर्तन के लिए कुछ करे. यह बयान जब खूब फैला तो व्हाइट हाउस को आगे आना पड़ा
व्हाइट हाउस को देना पड़ा ये स्पष्टीकरण
व्हाइट हाउस ने पुतिन के इस बयान पर स्पष्टिकरण देते हुए कहा कि, बाइढन रूस में पुतिन के सत्ता परिवर्तन पर चर्चा नहीं कर रहे थे, बल्कि बाइडन यह कहना चाह रहे थे कि पुतिन को अपने पड़ोसियों या क्षेत्र पर सत्ता का प्रयोग करने की अनुमति नहीं दी जा सकती है. हालांकि व्हाइट हाउस ने इस सवाल पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि क्या पुतिन के बारे में बाइडन के बयान उनकी तैयार टिप्पणियों का हिस्सा थे.
'पुतिन को लोगों ने चुना है, पुतिन तय करने वाले कोई नहीं'
वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के इस बयान के बाद रूस की भी प्रतिक्रिया आई. क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने बाइडन के इस बयान पर कहा कि, 'पुतिन राष्ट्रपति रहने लायक हैं या नहीं, यह तय करने का अधिकार बाइडन को नहीं है. रूस का राष्ट्रपति रूसियों द्वारा चुना जाता है और पुतिन को जनता ने ही चुना है.'
नाटो और उदार लोकतंत्र पर दिया जोर
बाइडन ने अपने भाषण के दौरान उदार लोकतंत्र और नाटो सैन्य गठबंधन पर जोर देते हुए इनका मुखर बचाव किया. उन्होंने कहा कि यूरोप को रूसी आक्रमण के खिलाफ लंबी लड़ाई के लिए खुद को काफी मजबूत करना चाहिए.
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