Russia Ukraine War: क्या राष्ट्रपति पुतिन से डर गए बाइडेन? यूक्रेन-रूस जंग के बीच अमेरिका ने आर्मी भेजने से किया इनकार
Russia Ukraine War: रूस ने यूक्रेन पर हमलों की रफ्तार और ताकत बढ़ा दी है. हमलों को देखकर पुतिन और उनके करीबियों के बयानों को सुनकर नौबत परमाणु हमले तक की बनती दिख रही है.
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग बेहद संगीन मोड़ पर पहुंच चुकी है. क्रीमिया में ब्रिज पर हमले के बाद से पुतिन का पारा सातवें आसमान पर है. यूक्रेन की जमीन पर पुतिन के गुस्से और बदले का बेहिसाब बारूद बरस रहा है. ऐसे में यूक्रेन मदद के लिए अमेरिका समेत तमाम यूरोपीय देशों से गुहार लगा रहा है. इसी बीच रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर अमेरिका की तरफ से बड़ा बयान आया है. अमेरिका ने साफ किया है कि वो रूस के के साथ किसी भी तरह का संघर्ष नहीं चाहता है.
रूस से सीधा नहीं भिड़ना चाहता अमेरिका
अमेरिका अब तक लगातार रूस पर हमलावर रहा है, ऐसे में यूक्रेन के लिए वो सबसे करीबी दोस्त की तरह था. हालांकि अब अमेरिका के बयान से यूक्रेन को बड़ा झटका लगा है. अमेरिका की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि यूक्रेन में अमेरिका अपने सैनिक नहीं भेजेगा. व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा काउंसिल के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि अमेरिका रूस से सीधी भिड़ंत नहीं चाहता है.
परमाणु हमले का खतरा
दरअसल, रूस ने यूक्रेन पर हमलों की रफ्तार और ताकत बढ़ा दी है. हमलों को देखकर पुतिन और उनके करीबियों के बयानों को सुनकर नौबत परमाणु हमले तक की बनती दिख रही है. रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच आज बड़ी बैठक के आसार हैं. आज रूस के राष्ट्रपति पुतिन और तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन की मुलाकात हो सकती है. दोनों नेता कजाकिस्तान में मिल सकते हैं. इस दौरान पश्चिमी देशों के साथ वार्ता के प्रस्ताव पर चर्चा संभव है.
अमेरिका का रूस को लेकर जो नया रुख सामने आया है, उसके पीछे भी परमाणु हथियारों के इस्तेमाल का खतरा ही बताया जा रहा है. अमेरिका और खुद राष्ट्रपति बाइडेन कई बार परमाणु हमले के खतरे का जिक्र कर चुके हैं. हाल ही में बाइडेन ने कहा था कि दुनिया पर परमाणु हमले का खतरा मंडरा रहा है. उन्होंने इस दौरान कहा कि पुतिन को वो अच्छी तरह से जानते हैं और वो (पुतिन) मजाक नहीं कर रहे हैं.
हालांकि अमेरिका ने हथियारों के दम पर यूक्रेन की पूरी मदद करने का भरोसा दिया है. मुमकिन है कि जिन एयर डिफेंस सिस्टम और लॉन्ग रेंज की मिसाइलों की डिमांड जेलेंस्की 4 महीने से कर रहे हैं. उस पर अमेरिका राजी हो जाए.
ये भी पढ़ें -
Pakistan Floods: पाकिस्तान सरकार ने भारत से 60 लाख मच्छरदानी खरीद को दी मंजूरी, WHO करेगा मदद
Ukraine-Russia Conflict: रूस ने META को 'आतंकवादी और चरमपंथी' संगठनों की लिस्ट में डाला