Russia-Ukraine War: यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अमेरिका-ब्रिटेन समेत दुनिया के बड़े देशों ने क्या कहा?
attack on Ukraine: यूक्रेन पर हमले के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि, रूस के हमले से होने वाली मौतों का जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ रूस होगा.
Russia-Ukraine War: रूस ने आखिरकार यूक्रेन पर हमला शुरू कर दिया है. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी सेना को कार्रवाई करने का आदेश दिया, जिसके बाद यूक्रेन पर बैलिस्टिक मिसाइलों और क्रूज मिसाइलों से अटैक शुरू हो गया. ये हमले यूक्रेन की राजधानी कीव पर हुए. इतना ही नहीं राष्ट्रपति पुतिन ने बाकी के देशों को भी हस्तक्षेप नहीं करने की चेतावनी दे डाली है. जिसके बाद अमेरिका समेत अलग-अलग देशों के रिएक्शन सामने आए हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन की चेतावनी
यूक्रेन पर रूस की इस कार्रवाई को लेकर सबसे ज्यादा बयान अमेरिका की तरफ से सामने आ रहे हैं. अमेरिका ने रूस पर कई प्रतिबंध भी लगाए हैं. साथ ही अब यूक्रेन पर हमले के बाद राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि, रूस के हमले से होने वाली मौतों का जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ रूस होगा. साथ ही बाइडेन ने ये भी कहा कि वो सहयोगियों के साथ मिलकर इसका निर्णायक तरीके से जवाब भी देंगे. उन्होंने कहा कि, यूक्रेन रूसी सेना की इस अनुचित कार्रवाई का शिकार हुआ है. पूरी दुनिया की प्रार्थनाएं यूक्रेन के साथ हैं. पुतिन ने जो युद्ध चुना है उसका विनाशकारी नुकसान देखने को मिलेगा. बाइडेन ने कहा कि वो लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं. साथ ही ये भी बताया कि वो अपने जी-7 समकक्षों के साथ भी मुलाकात करेंगे.
जर्मनी और चीन का रिएक्शन
अमेरिका के अलावा जर्मनी की तरफ से भी यूक्रेन के लोगों के प्रति चिंता जाहिर की गई है. जर्मनी के वित्त मंत्री क्रिस्टियन लाइंडनर ने कहा कि, अंतरराष्ट्रीय कानून तोड़कर पुतिन खुद को रूसी लोगों के नुकसान के लिए अलग-थलग कर रहे हैं. इसके लिए NATO और EU आगे आएंगे. यूक्रेन के साथ एकजुटता के साथ खड़े हैं और कानून में भरोसा है.
बात अगर चीन की करें तो उसने हमेशा से ही रूस का साथ दिया है. लेकिन अब हमले के बाद चीन ने फिलहाल किसी का भी पक्ष नहीं लिया. चीन की तरफ से कहा गया कि, ऐसे किसी भी एक्शन से हमें बचना चाहिए, जिससे तनाव और ज्यादा बढ़ जाए. चीन की तरफ से यूएन एंबेसेडर ने कहा कि, यूक्रेन में जो हालात हैं उसके कई अहम कारण हैं.
कनाडा के पीएम ने की कड़ी निंदा
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की तरफ से भी रिएक्शन सामने आया है. उन्होंने रूस की इस कार्रवाई की निंदा की है. ट्रूडो ने कहा कि, ये हमला यूक्रेन की संप्रभुता, अखंडता और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है. कनाडा अपील करता है कि रूस सभी तरह की कार्रवाई को तुरंत बंद करे. यूक्रेन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए. कनाडा के पीएम ने भी कहा कि, वो कल सुबह जी-7 देशों के प्रतिनिधियों के साथ मुलाकात करेंगे.
फ्रांस के राष्ट्रपति ने भी रूस को कड़ी फटकार लगाई है और कहा है कि रूस ने नियमों का उल्लंघन कर कार्रवाई को अंजाम दिया है. राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने कहा कि, पूर्वी यूक्रेन में अलगाववादी क्षेत्रों को मान्यता देकर रूस अपने ही किए गए वादों का उल्लंघन कर रहा है. यूक्रेन की संप्रभुता को कम करने की कोशिश हो रही है. मैंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक के लिए कहा है.
संयुक्त राष्ट्र की तरफ से भी इस घटनाक्रम पर रिएक्शन सामने आया था. जिसमें यूएन के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि, यूक्रेन पर हमला न किया जाए. उन्होंने कहा कि, दुनिया में शांति काफी ज्यादा जरूरी है, पहले ही बहुत लोग मारे जा चुके हैं.